ऋषिकेश- मोटे कमीशन के लालच में विभागीय अधिकारी सही सड़क को पाटकर सरकार को लगा रहे है चूना

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – मोटे कमीशन के लालच में विभागीय अधिकारी बनी बनाई सही सड़क को भी पाट रहे हैं। इसका जीतता जागता नमूना रेलवे रोड पर देखा जा सकता है। पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से वर्तमान में रेलवे स्टेशन से त्रिवेणी घाट चौक तक सड़क पर डामर बिछाने का कार्य किया जा रहा है। जबकि देखा जाए तो इस सड़क पर डामर बिछाने का कोई औचित्य ही नहीं बनता है। रेलवे स्टेशन से त्रिवेणी घाट चौक तक पूरी सड़क ठीक-ठाक है इस सड़क पर ना तो कहीं गड्ढे हैं और ना ही कहीं पर डैमेज हो रखी है। लेकिन सरकारी बजट को कैसे ठिकाने लगाना है यह विभागीय अधिकारियों से सीखा जा सकता है। कहीं सड़कों की खस्ता हाल को लेकर लोग सड़क निर्माण के लिए आंदोलनरत हैं। इसका जीता जागता नमूना विधानसभा ऋषिकेश के रायवाला शिवाजी नगर आदि जगहों पर सड़क निर्माण के लिए किए जा रहे धरना प्रदर्शन से देखा जा सकता है। लेकिन इन सड़कों को बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों के पास बजट की कमी है। और जिन सड़कों पर डामर बिछाने की जरूरत नहीं है उन सड़कों में डामर बिछाकर जनता के पैसों को ठिकाने लगाया जा रहा है। रेलवे रोड से त्रिवेणी घाट चौक तक बनाई जा रही है सड़क को लेकर बात की गई तो स्थानीय लोगों ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर विभागीय अधिकारियों को रोड बनानी ही थी तो पहले रोड को उधेड़ना चाहिए था फिर उसके ऊपर डामर बिछाई जानी थी। ऐसे में सड़क का लेवल लगातार ऊपर उठ रहा है। जिसके चलते बरसात का पानी लोगों के घरों और दुकानों में घुस रहा है और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन जनता की दिक्कतों से विभागीय अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है। समाजसेवी राजीव गुप्ता का कहना है कि ऋषिकेश में अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत चरितार्थ करती है। अच्छी खासी बनी सड़कों पर माल डाला जा रहा है जो मानकों को भी पूरा नहीं करता। उन्होंने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। जीरो टोरलेन्स का नारा बुलंद करने वालो को इस और भी देखना चाहिए। और इन भ्रष्ट और बेशर्म अधिकारियो पर कठोर कानूनी करके जीरो टोरलेन्स स्थापित करना चाहिये
10 फरवरी की रात को जब रेलवे रोड पर डामर बिछाने का कार्य चल रहा था इस दौरान इस सड़क को लेकर समाजसेवी राजीव गुप्ता और पीडब्ल्यूडी के जेई उपेंद्र कुमार गोयल के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जेई उपेंद्र कुमार गोयल ने राजीव गुप्ता को कहा कि मैं अपना काम कर रहा हूं अगर किसी को दिक्कत है तो ऊपर बड़े अधिकारियों से बात कर सकता है। मेरे से फालतू की बात करने की जरूरत नही अवर अभियंता की इस हरकत से वहा खड़े सभी लोग अचंभित हो गए कि एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी।