ऋषिकेश- बनखंडी कुएं के पास एक घर में घुसा आवारा सांडों का झुंड, एक बुजर्ग घायल।

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – बनखंडी कुएं के पास एक घर में आवारा सांडों का एक झुंड घुस गया इनकी धमाचौकड़ी से ओमकारनाथ रैना बुरी तरह घायल हो गए । रविवार देर शाम बनखंडी कुएं के पास लगभग सात आवारा पशुओं का एक झुंड ओमकारनाथ रैना के घर में घुस गया इस दौरान उन्होंने घर को तहस-नहस कर दिया ।
घर में मची आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी से ओमकारनाथ रैना बुरी तरह घायल हो गए । उन्होंने नगर निगम प्रशासन पर आवारा पशुओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम प्रशासन नगर क्षेत्र से आवारा पशुओं को हटाने में नाकाम साबित हो रहा है । उन्होंने कहा कि इसी प्रकार नगर क्षेत्र में आवारा पशुओं का तांडव मचा रहेगा तो किसी अप्रिय घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता उन्होंने कहा कि घर में शादी का माहौल है इस दौरान अगर कोई अप्रिय घटना घट जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता । क्या इसकी क्षतिपूर्ति शासन व नगर निगम प्रशासन कर पाता । नगर निगम प्रशासन भी आंखें मूंदे किसी बड़ी घटना की इंतजार में है । नगर निगम प्रशासन नगर क्षेत्र में आवारा पशुओं को रोकने के बड़े दावे करता है लेकिन निगम प्रशासन के दावे हवाई साबित हो रहे हैं । आए दिन नगर क्षेत्र में आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी से दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है । लेकिन नगर निगम प्रशासन तमाशबीन होकर यह सब देख रहा है । निगम प्रशासन नगर क्षेत्र से इन आवारा पशुओं को हटाने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है । घटना के बाद पीड़ित के भतीजे मोहित रैना ने स्थानीय पार्षद राजेश कुमार को घटना बताई तो उन्होंने समय न गवाते हुए तुरंत मौके से नगर आयुक्त को दो बार फोन लगाया लेकिन घंटी जाने के बावजूद भी अगर आयुक्त ने फोन नही उठाया जिस कारण स्थानीय जनता को बहुत ज्यादा गुस्सा निगम की कार्यप्रणाली पर आया। राजेश कुमार ने हमे बताया कि कई बार मैंने नगर आयुक्त से लेकर सभी जिम्मेदार अधिकारियों को इन आवारा सांडो को पकड़ने तथा जिन गोपालको के द्वारा इन गोधन को सडक़ं पर छोड़ा जा रहा है उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने को कहा लेकिन निगंम प्रशासन के कानों में जू तक नही रेंग रही है वह इस भारी समस्या की तरफ पीठ करके सोया पड़ा है और जनता को जान के लाले पड़े है उन्होंने ने कहा कि अगर शीघ्र ही इस मामले में निगम प्रशासन ने ठोस कार्यवाही नही करी तो स्थानीय जनता को साथ लेकर निगम प्रशासन का घेराव करंगे क्योंकि यह कुंभकर्ण की नींद सोये निगम प्राशासन को जगाने का यह सबसे सही रास्ता होगा।