ऋषिकेश आवश्यक है बेटियों को सशक्त बनाने के लिए समानता का व्यवहार – स्वामी चिदानन्द सरस्वती

त्रिवेणी न्यूज 24 –
ऋषिकेश l अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने भारत की बेटियों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें दी l उन्होंने बेटियों को संदेश दिया कि शिक्षा ग्रहण करने के लिए हमेशा अपने आप को तैयार रखें । शिक्षा हमें आत्मनिर्भर बनाती है और संस्कार हमें जीवन को जीने का मार्ग दिखाते हैं।
उन्होंने बालिकाओं के साथ हो रही लिंग आधारित हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लैंगिक समानता और विपरीत लिंग के प्रति सम्मान की भावना से काफी हद तक लिंग आधारित हिंसा को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि बेटे और बेटियां दोनों को ही समान शिक्षा, समान अधिकार और समान भविष्य देना होगा। बेटियों को सशक्त बनाने के लिये शिक्षा जरूरी है लेकिन उनके अन्दर आत्मविश्वास पैदा करने के लिए समानता का व्यवहार करना नितांत आवश्यक है। विशेषतौर पर बेटियों के माता-पिता का आह्वान करते हुये कहा कि बेटियों को शिक्षा के अधिकार से वंचित न रखें । उन्होंने कहा कि आईये संकल्प लें की पहले बेटियों को शिक्षित करेंगे फिर शादी की जिम्मेदारी सौपेंगे।