ज्यादा सूर्य नमस्कार कर अगले 6 माह में बन जाऊंगा कई गुना मजबूत – पी एम् मोदी

नयी दिल्लीः संसद के बजट सत्र का आज छठवां दिन है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे हैं। इसके बाद लोकसभा से धन्यवाद प्रस्ताव को पारित कराया जाएगा। बाद में राज्यसभा से भी इसको पारित कराना होगा।
– पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के डंडे वाले बयान पर पलटवार किया। बोले- मैंने कांग्रेस के एक नेता का कल वक्तव्य सुना कि 6 महीने में मोदी को डंडे मारेंगे। ये काम थोड़ा कठिन है, तो तैयारी में छह महीने लगते ही हैं। मैंने भी तय किया है कि छह महीने में सूर्य नमस्कार की संख्या बढ़ा दूंगा। 20 साल से मैंने जिस प्रकार से गंदी गाली सुनकर खुद को गालीप्रूफ बना दिया है तो,छह महीने ऐसी मेहनत करूंगा की मेरी पीठ को हर डंडा सहने ताकत मिले।
– पीएम बोले- कश्मीर भारत का मुकुटमणि है। कश्मीर की पहचान बम, बंदूक और अलगाववाद की बना दी गई थी। 19 जनवरी 1990 की वो काली रात को कुछ लोगों ने कश्मीर की पहचान को दफना दिया था। कश्मीर की पहचान सूफी परंपरा और सर्व पंथ समभाव की है।
– जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र आने पर पीएम मोदी ने कहा कि पहले कश्मीर की पहचान बम, बंदूक और आतंकवाद बना कर रख दी गई थी। उन्होंने कहा कि 1990 में ही कश्मीर की पहचान को दफना दिया गया था। जब वहां से कश्मीरी पंडितों को भागना करना पड़ा था। पीएम ने कहा कि कश्मीर की पहचान सूफीवाद थी। शशि थरूर पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि आप तो कश्मीर के आप दामाद रहे हो, आपको तो वहां की बेटियों के बारे में सोचना चाहिए था। पीएम ने कहा कि कुछ लोग कहते थे कि 370 हटाने के बाद आग लग जाएगी। कितने बड़े भविष्यवक्ता थे वे। पीएम ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला के बयान का भी जिक्र किया।
– प्रधानमंत्री बोले- कांग्रेस के समय हिंदुस्तान की क्या स्थिति थी, लोगों के अधिकार की स्थिति क्या थी, ये मैं इनसे पूछना चाहता हूं। अगर ये लोग मानते कि संविधान इतना महत्वपूर्ण है तो, हिंदुस्तान के संविधान को जम्मू कश्मीर में लागू करने से इन्हें किसने रोका था।
– प्रधानमंत्री बोले- सर्वोच्च अदालत संविधान में एक महत्वपूर्ण अंग है, वो सर्वोच्च अदालत बार बार ये कहे कि आंदोलन ऐसे न हो जो सामान्य मानवी को तकलीफ दे और हिंसा के रास्ते पर न चले। लेकिन वामपंथी और कांग्रेस के लोग वहां जाकर लोगों को उकसा रहे हैं और भड़काऊ बातें कर रहे हैं। एक शायर ने कहा था-
खूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं, साहब छुपते भी नहीं, सामने आते भी नहीं।
पब्लिक सब जानती है।
पिछले दिनों जो वक्तव्य दिए गए, उनका जिक्र सदन में करना उपयुक्त नहीं है। सदन के बड़े-बड़े लोग भी वहां जाते हैं, ये ठीक नहीं हैं।
– प्रधानमंत्री मोदी बोले- दिल्ली में ट्रैफिक, के बीच हजारों ट्रक गुजरते थे। पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे को पूरा करने का 2009 में यूपीए सरकार का संकल्प था। 2014 तक वो कागजों तक ही सीमित रहा। 2014 में आने के बाद हमने मिशन मोड पर काम किया और आज ये काम पूरा हो गया है।
– प्रधानमंत्री मोदी बोले- आपातकाल कौन लाया? न्यायपालिका को किसने रौंदा? संविधान में सबसे अधिक संशोधन कौन लाया है? किसने अनुच्छेद 356 को सबसे अधिक लागू किया? जिन लोगों ने उपरोक्त कार्य किये हैं, उन्हें हमारे संविधान का गहन ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता है। कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पारित किया हो और उस प्रस्ताव को प्रेस कॉन्फ्रेंस में फाड़ देने वाले लोगों को संविधान बचाने की शिक्षा लेना बहुत जरूरी है। जिन्होंने लोगों से जीने का कानून छीनने की बात कही थी, उन्हें बार-बार संविधान बोलना भी पड़ेगा, पढ़ना भी पड़ेगा। जो लोग सबसे ज्यादा बार संविधान को बदलने का प्रस्ताव लाए हैं, उन्हें संविधान बचाने की बात करनी ही पड़ेगी।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- देश की अर्थव्यवस्था को ताकत देने में इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत बड़ा महत्व होता है। जितना ज्यादा बल हम इंफ्राफ्ट्रक्चर को देते हैं, वो अर्थव्यवस्था, रोजगार और नए उद्योगों को गति देता है। इसलिए हम इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों में गति लाए हैं। सिंचाई से लेकर इंडस्ट्री तक, रोड से लेकर पोर्ट्स तक और एयर वे से लेकर वाटर वे तक हमने अनेक पहल किए हैं। गत पांच वर्षों में देश ने ये देखा है और देखा है तभी तो यहां दोबारा बैठाया है।
– पीएम मोदी बोले- मुद्रा योजना, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं ने देश में स्वरोजगार को बहुत बड़ी ताकत दी है। देश में पहली बार करोड़ों लोग मुद्रा योजना से खुद तो रोजी-रोटी कमाने लगे हैं और दूसरों को भी रोजगार देने लगे हैं।
– पीएम मोदी बोले- अर्थव्यवस्था को गति मिले इसके लिए भी हमने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है। जनवरी 2019 से जनवरी 2020 के बीच 6 बार जीएसटी राजस्व 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है। एफडीआई अप्रैल-सितंबर 2018 में 22 बिलियन डॉलर था। आज उसी अवधि में ये 26 बिलियन डॉलर को पार कर गया है।
– पीएम मोदी बोले- हमारा विज़न है। Greater investment, Better infrastructure, Increased value addition और ज्यादा से ज्यादा job creation पर है।
– पीएम मोदी बोले- हमने समस्याओं के समाधान खोजने का लगातार प्रयास किया है और उसी का परिणाम है कि अर्थव्यवस्था में राजकोषीय घाटा बनी रही है, महंगाई नियंत्रित रही है और मैक्रो इकॉनमी स्टेबिलिटी भी बनी रही है:
– पीएम मोदी बोले- कुछ माननीय सदस्य कहते हैं कि ये काम क्यों नहीं हुआ, कब तक करेंगे, कब होगा, कैसे होगा। तो कुछ लोगों को लगता है कि आप आलोचना करते हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि आप आलोचना करते हैं। मुझे खुशी है कि आप मुझे समझते हैं, आपको भी पता है कि करेगा तो ये ही करेगा।
– पीएम मोदी ने कहा- किसानों की आय बढ़े, ये हमारी प्राथमिकता है। लागत कम हो ये हमारी प्राथमिकता है। हमारे देश में पहले सात लाख टन दाल और तिलहन की खरीद हुई। जबकि हमारे कार्यकाल में 100 लाख टन दाल और तिलहन की खरीद हुई।
– पीएम मोदी ने कहा- फसल बीमा योजना से किसानों में एक विश्वास पैदा हुआ है। इस योजना के अंतर्गत किसानों से करीब 13 हजार करोड़ रूपये का प्रीमियम आया। लेकिन प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों को जो नुकसान हुआ, उसके लिए किसानों को करीब 56 हजार करोड़ इस बीमा योजना से प्राप्त हुए।
– पीएम मोदी बोले- किसान सम्मान योजना के तहत उनके खाते में बिना बिचौलिया के उनके खाते में 45000 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। उन्होंने उन राज्यों के सांसदों को संबोधित किया, जहां किसान सम्मान योजना लागू नहीं है। पीएम ने कहा कि क्या इन राज्यों के किसानों को इसका लाभ नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति की वजह से किसानों को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है। नेताओं से आग्रह किया कि आप अपने राज्यों में किसान सम्मान योजना की हालत देखें। किसानों की मदद करें।
– पीएम मोदी बोले- हम जानते हैं कि डेढ़ गुना एमएसपी का विषय लंबे समय से अटका था, ये किसानों के प्रति हमारी जिम्मेदारी थी कि हमने उसे पूरा किया। वर्षों से लटकी करीब 99 सिंचाई परियोजनाओं पर 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करके पूरा किया और अब किसानों को उसका लाभ मिल रहा है।
– पीएम ने कहा- बोडो जनजाति की चर्चा में कहा कि ये कोई पहली बार नहीं हुआ। लेकिन पहले जो कुछ भी हुआ, राजनीति के तराजू से तौलकर किया, जो भी किया आधे-अधूरे मन से किया गया। पहले समझौते तो हुए, फोटो भी छप गई, लेकिन कागज पर किये समझौते से बोडो जनजाति के लोगों का भला नहीं हुआ। इस बार के बोडो समझौते में सभी हथियारी ग्रुप साथ आए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात इसके समझौते में लिखा है कि इसके बाद बोडो की कोई मांग बाकी नहीं रही है। आज नई सुबह भी आई है, नया सवेरा भी आया है, नया उजाला भी आया है।
– पीएम मोदी बोले- नॉर्थ ईस्ट में पिछले पांच वर्ष में जो दिल्ली उन्हें दूर लगती थी, आज वही दिल्ली उनके दरवाजे पर जाकर खड़ी हो गई है।चाहे बिजली की बात हो, रेल की बात हो, हवाई अड्डे की बात हो, मोबाइल कनेक्टिविटी की बात हो, ये सब करने का हमने प्रयास किया है।
– पीएम मोदी बोले- हमने जिस तेज गति से काम किया है, उसका परिणाम है कि देश की जनता ने इसे देखा और देखने के बाद, उसी तेज गति से आगे बढ़ने के लिए हमें फिर से सेवा का मौका दिया। अगर ये तेज गति न होती तो 37 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट इतनी जल्दी नहीं खुलते। अगर गति तेज न होती तो 11 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय न बनते। 13 करोड़ गरीब लोगों के घर में गैस का चूल्हा नहीं पहुंचता। दो करोड़ नए घर गरीबों के लिए नहीं बनते। लंबे समय से अटकी दिल्ली की 1,700 कॉलोनियों को नियमित करने का काम पूरा न होता।
– पीएम मोदी बोले- कोई इस बात से इंकार नहीं कर सकता कि देश चुनौतियों से लोहा लेने के लिए हर पल कोशिश करता रहा है। कभी कभी चुनौतियों की तरफ न देखने की आदतें भी देश ने देखी है, चुनौतियों को चुनने का सामर्थ्य नहीं, ऐसे लोगों को भी देखा है। लेकिन आज दुनिया की भारत से जो अपेक्षा है, हम अगर चुनौतियों को चुनौती नहीं देते, अगर हम हिम्मत नहीं दिखते और अगर हम सबको साथ लेकर चलने की गति नहीं दिखाते तो हमें लंबे अरसे तक समस्याओं से जूझना होता।
– पीएम मोदी बोले- अगर कांग्रेस के रास्ते हम चलते ,तो 50 साल बाद भी शत्रु संपत्ति कानून का इंतजार देश को करते रहना पड़ता। 35 साल बाद भी नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान का इंतजार देश को करते रहना पड़ता। 28 साल बाद भी बेनामी संपत्ति कानून लागू नहीं हो पाता।
– पीएम मोदी बोले- आपकी ही सोच के साथ चलते तो राम जन्मभूमि आज भी विवादों में रहती। आपकी ही सोच अगर होती, तो करतापुर साहिब कॉरिडोर कभी नहीं बन पाता। आपके ही के तरीके होते, आपका ही रास्ता होता, तो भारत-बांग्लादेश विवाद कभी नहीं सुलझता।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुधवार को यहां स्वामी विवेकानंद के कंधे पर बंदूक चलाई गई। उन्होंने कहा कि जो उन्हें जैसा समझ पाता है वैसा ही बयान देता है। उन्होंने कहा कि अगर हम कांग्रेस की राह चलते तो शत्रु संपत्ति कानून नहीं बनते। चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति नहीं होती। हम अपने लिए नई लीक बनाकर चलते हैं और वह सोच लीक से हटकर होती है। अगर हम कांग्रेस के रास्ते चलते तो आज 50 साल के बाद भी शत्रु संपत्ति का इंतजार देश को करते रहना पड़ता। 28 साल के बाद बेनामी संपत्ति कानून लागू नहीं होता। चीफ ऑफ स्टाफ की नियुक्ति नहीं होती हमारी सरकार तेज गति की वजह वजह से हमारी कोशिश है स्पीड भी बढ़े स्केल भी बढ़े। पीएम ने कहा कि जिस तेज गति से काम किया उसका परिणाम है कि देश की जनता ने 5 साल में देखा देखने के बाद उसी तरीके से करने के लिए और अधिक ताकत के साथ हमें फिर से सेवा करने का मौका दिया।
– पीएम मोदी ने कांग्रेस पर कसा तंज, बोले- हम भी आप लोगों के रास्ते पर चलते, तो शायद 70 साल के बाद भी इस देश से अनुच्छेद 370 नहीं हटता, आपके ही तौर तरीके से चलते, तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती।
– पीएम मोदी बोले- लोगों ने सिर्फ एक सरकार बदली है, केवल ऐसा नहीं है, बल्कि सरोकार भी बदलने की अपेक्षा की है। इस देश की एक नई सोच के साथ काम करने की इच्छा और अपेक्षा के कारण हमें यहां आकर काम करने का अवसर मिला है।
– पीएम मोदी बोले-एक स्वर ये उठा है कि सरकार को सारे कामों की जल्दी क्यों है? हम सारे काम एक साथ क्यों कर रहे हैं? सर्वेश्वर दयाल सक्सेना जी ने अपनी कविता में लिखा है कि-
लीक पर वे चलें, जिनके चरण दुर्बल और हारे हैं,
हमें तो जो हमारी यात्रा से बने, ऐसे अनिर्मित पथ ही प्यारे हैं
– पीएम मोदी बोले- माननीय राष्ट्रपति जी ने न्यू इंडिया का विजन अपने अभिभाषण में प्रस्तुत किया है। 21वीं सदी के तीसरे दशक का माननीय राष्ट्रपति जी का वक्तव्य हम सभी को दिशा व प्रेरणा देने वाला और देश के लोगों में विश्वास पैदा करने वाला है।
– लोकसभा में प्रधानमंत्री अपने विचार रख रहे हैं। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये तो ट्रेलर है। इस पर पीएम ने कहा कि गांधी आपके लिए ट्रेलर हो सकते हैं, हमारे लिए तो जिंदगी हैं।