ऋषिकेश- उत्तराखंड में पहली बार होगी डिजिटल जनगणना, तैयारी शुरू

त्रिवेणी न्यूज 24
देहारदून _ भारत के महारजिस्ट्रार कार्यालय की ओर से जनगणना की दोबारा तैयारी शुरू कर दी गई है। बता दें कि जनगणना 2021 की शुरुआत अप्रैल 2020 से होनी थी, लेकिन कोविड 19 की वजह से यह जनगणना नहीं हो पाई थी। तभी से 2 साल से जनगणना स्थगित चल रही थी। अब भारत के महारजिस्ट्रार कार्यालय की ओर से दोबारा तैयारी शुरू कर दी गई है। बता दें कि पहले देशभर में जनगणना दो चरणों में होनी थी। पहले चरण के तहत अप्रैल से सितंबर 2020 के दौरान मकानों की सूची बनाई जानी थी। दूसरे चरण में नौ फरवरी से 28 फरवरी 2021 के बीच जनसंख्या की गणना होनी थी। लेकिन मार्च 2020 में कोविड के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से जनगणना की प्रक्रिया भी स्थगित कर दी गई थी।
महारजिस्ट्रार कार्यालय ने फिर पिछले साल दोबारा जनगणना के लिए फ्रीजिंग की डेट 31 दिसंबर 2021 तय की थी, लेकिन इस साल भी जनगणना शुरू नहीं हो पाई। अब नए सिरे से तैयारी शुरू हो गई है। उत्तराखंड में जनगणना के लिए निकायों से रजिस्टर आदि मंगाने की कार्रवाई भी चल रही है।
पहली बार डिजिटल होगी जनगणना _
बता दें कि इस बार की जनगणना डिजिटल होगी। इसके तहत मोबाइल ऐप के माध्यम से जनगणना में हिस्सा लिया जा सकेगा। पहली बार यह डिजिटल मोड में भी कराई जाएगी। हालांकि, मैन्युअल यानी जमीनी स्तर पर भी जनगणना होगी।
2011 में उत्तराखंड की जनसंख्या साल 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तराखंड की कुल आबादी तब 10,086,292 यानि 1 करोड़ 86 हजार 292 थी। 2011 की जनगणना में पुरुषों की जनसंख्या 5,138,203 थी जबकि तब महिलाओं की जनसंख्या 4,948,089 थी। बात करें लिंग अनुपात की तो 2011 की जनणना के अनुसार उत्तराखंड में लिंग अनुपात 963 था, जबकि बच्चों का लिंगानुपात 890 था। वहीं जनगणना 2011 में उत्तराखंड की साक्षरता दर 78.82 प्रतिशत थी।
2022 में उत्तराखंड की जनसंख्या का अनुमान
इस साल 2022 की उत्तराखंड की अनुमानित जनसंख्या 11,700,099 यानि 1 करोड़ 17 लाख 99 आंकी जा रही है। 2022 में उत्तराखंड में पुरुषों की अनुमानित जनसंख्या 59,60,315 आंकी जा रही है। जबकि इसके सापेक्ष महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या 57,39,784 आंकी जा रही है।

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