ऋषिकेश- कैलाश आश्रम में संतो ने स्वामी विजयानन्द पुरी को चादर उढा कर महामंडलेश्वर नियुक्त किया

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – आध्य गुरु शंकराचार्य द्वारा अपनी हिमालय यात्रा के दौरान मुनीकीरेती स्थित कैलाश आश्रम की स्थापना की गई थी। आश्रम के द्वादश महामंडलेश्वर स्वामी विजयानन्द पुरी को कैलाश पीठाधीश्वर के रूप में संतो ने संत परंपरागत ढंग से चादर उढा कर आश्रम का महामंडलेश्वर नियुक्त किया।
स्वामी विजयानंद पुरी को कैलाश आश्रम के द्वादश महामंडलेश्वर के रूप में हरिद्वार के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने अभिषेक कर कैलाश पीठ की गद्दी सौंपी। इस दौरान स्वामी विजयानन्द पुरी के चादर समारोह में आश्रम के 11वें आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी दिव्यानंद सरस्वती ने स्वामी विजयानन्द पुरी को अपने उत्तराधिकारी के रूप में घोषित करते हुए उनसे अपेक्षा व्यक्त की है कि यह कैलाश आश्रम की सभी गतिविधियों को संत परंपरागत तरीके से निर्वहन करते हुए आगे बढ़ाएंगे। इसके साथ ही कैलाश आश्रम विद्यापीठ में चल रहे वेद वेदांत धर्म प्रचार के कार्यों को गति देंगे। इससे यहां अध्ययन करने वाले सभी अभ्यार्थी देश दुनिया में सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार कर सकें। उल्लेखनीय है कि कैलाश विद्यापीठ में स्वामी विवेकानंद, स्वामी रामतीर्थ, अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक मुरारी बापू के पिता यहां रहकर अध्ययन कर चुके हैं। कैलाश पीठ के नवनियुक्त 12 वें कैलाश पीठाधीश्वर स्वामी विजयानंदपुरी के चादर अभिषेक के दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के स्वामी रविंद्रपुरी, अखाड़े के सचिव राम रतन गिरी, मंहत केशव पुरी, कैलाश आश्रम के मंत्री स्वामी भूमानंद सरस्वती सहित आश्रम के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। कैलाश आश्रम की अन्य संस्थाएं उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड के अनेकों शहरों में संचालित की जा रही है।

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