ऋषिकेश- 5 जनवरी के बाद उत्तराखंड में कभी भी लग सकती है आचार संहिता

त्रिवेणी न्यूज 24
देहरादून – देव भूमि उत्तराखंड में इस बार विधान सभा चुनाव समय से ही होंगे और सूबे में 5 जनवरी के बाद कभी भी आचार संहिता यानी Code of conduct लग सकती है। चुनाव आयोग ने साफ कर लिया है कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में समय पर ही चुनाव होंगे। मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने विधानसभा चुनाव के दौरान कोरोना वायरस प्रोटोकॉल का पालन करने की बात कही है। इस बात के संकेत हैं कि चुनावी राज्यों में चुनाव स्थगित नहीं होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि प्रदेश में 11000 और भी ज्यादा मतदान केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, जिससे भीड़ ना हो। मतदान केंद्रों पर भीड़ रोकने के लिए मतदान का वक्त भी 1 घंटे बढ़ाया जा सकता है। 80 साल से अधिक आयु वाले मतदाताओं, कोरोनावायरस संक्रमित मतदाताओं और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही वोट डालने की सुविधा मिलेगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि हमने राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक की। पार्टियों की मांग है कि समय पर ही चुनाव संपन्न होना चाहिए। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि वक्त पर Uttarakhand Assembly Elections होंगे। इस बार के चुनाव में खास बात ये रहेगी कि चुनाव आयोग बिहार विधान सभा के चुनाव की तरह राजनीतिक पार्टियों को वर्चुअल माध्यम से ही रैलियों की इजाजत दे सकता है, जिससे चुनावी राज्यों में जनता को कोरोना के कहर से बचाया जा सके। जानकारों का मानना है कि आयोग राजनीतिक दलों को वर्चुअल मीडियम से ही चुनाव प्रचार पर जोर डाल सकता है। जिससे लोगों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करवाया जा सके। दरअसल देशभर में कोरोना की रफ़्तार तेज हो रही है ऐसे में चुनाव प्रचार के दौरान भीड़ इकठ्ठा होने से कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं और संक्रमन की रफ़्तार तेज हो सकती है।

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