ऋषिकेश- आईडीपीएल कॉलोनी को नगर निगम में शामिल करने की मांग को लेकर आवासीय कल्याण समिति ने तहसील में किया प्रदर्शन

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश- आवासीय कल्याण समिति ने आईडीपीएल आवासीय कॉलोनी को नगर निगम में शामिल करने कि मांग को लेकर तहसील में प्रदर्शन किया। इस मौके पर उन्होंने उप जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
मंगलवार को आवासीय कल्याण समिति के सचिव सुनील कुटलहडिया के नेतृत्व में सभी आंदोलनकारी तहसील परिसर में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में उन्होंने कहा कि ऋषिकेश वीरभद्र स्थित जीवन रक्षक दवाइयों का कारखाना 1962 में रूस की मदद से आमजन को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था।
लेकिन वर्ष 1997 से उत्पादन लगभग बंद हो गया इस संबंध में केंद्र सरकार को भी कई ज्ञापन दिए गए हैं। आईडीपीएल संस्थान बंद होने के कारण यहां निवास कर रहे पूर्व कर्मचारी और उनके आश्रितों के ऊपर बेघर होने का खतरा मंडरा रहा है। जिसके कारण आईडीपीएल में सरकार द्वारा चलाई जा रही किसी भी सुविधा का लाभ भी यहां रहने वाले लोगों को नहीं मिल रहा है।
इसमें जन्म -मृत्यु -प्रमाण पत्र वृधा और विधवा पेंशन परिवार रजिस्टर में नाम का अंकित ना होना किसी भी तरह का छोटा व्यापार करने के लिए बैंक से ऋण तक भी नहीं मिल पा रहा है। यहां तक कि बिजली पानी एवं सफाई की भी कोई व्यवस्था नहीं हो रही है। इससे यहां पर रहने वालों को मूलभूत जरूर पूरी करने में दिक्कत हो गई है।आईडीपीएल के चारों ओर से निगम क्षेत्र मालवीय नगर, गीता नगर, गुमानीवाला, मनसा देवी, सुमन बिहार सहित अनेकों ग्रामीण क्षेत्रों से यह क्षेत्र घिरा हुआ है। जिसके चारों तरफ वन विभाग की भूमि है जहां से निकलकर जंगली जानवर यहां रहने वाले लोगों पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आईडीपीएल में रहने वाले लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं इसी के साथ इस पूरे क्षेत्र को आईडीपीएल आवासीय कॉलोनी को नगर निगम में शामिल किया जाए। जिससे इन लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सके। प्रदर्शन करने वालों में जयेंद्र रमोला, रामेश्वरी चौहान, जया, उर्मिला, आदित्य डंगवाल सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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