ऋषिकेश- शहीद स्मारक के लिए जगह की मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने दिया सांकेतिक धरना।

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – उत्तराखंड आंदोलनकारियों ने शहीद स्मारक को जेसीबी से तोड़ने के विरोध स्वरूप व इंद्रमणि बडोनी हॉल को शहीद स्मारक के लिए दिए जाने की मांग को लेकर सांकेतिक धरना दिया ।
रविवार को वरिष्ठ आंदोलनकारी सरोज डिमरी के नेतृत्व में सभी राज्य आंदोलनकारी त्रिवेणी घाट परिसर में एकत्रित होकर सांकेतिक धरना दिया । इस मौके पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की स्थापना के लिए हमारे आंदोलनकारियों ने अपना सर्वस्व बलिदान दिया है । हमारी परिकल्पना ऐसे उत्तराखंड राज्य की थी जिसमें हमारी सांस्कृतिक विविधता परिवेश के साथ-साथ हमारे युवाओं को आर्थिक स्वावलंबन प्राप्त हो सकें लेकिन इसके उलट शहीद आंदोलनकारियों का स्मारक प्रशासन द्वारा जेसीबी से तोड़ना शहीद हुए आंदोलनकारियों का अपमान है । उन्होंने कहा कि अगर यह जरूरी था तो इससे पूर्व आंदोलनकारियों की स्मृतियों को संजोए रखने के लिए प्रशासन को उपयुक्त स्थान की व्यवस्था करनी चाहिए थी ।
वरिष्ठ आंदोलनकारी उषा रावत व संजय शास्त्री ने कहा कि संपूर्ण उत्तराखंड प्रदेश में ऋषिकेश तहसील ही एक मात्र स्थान है जहां शहीद राज्यआंदोलनकारियों का स्मारक तोड़ा गया जोकि सरासर निंदनीय है । पूर्व जिलाध्यक्ष ज्योति सजवान व
आशुतोष शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण में मातृशक्ति की भूमिका अविस्मरणीय है जिस उच्च न्यायालय के निर्णय का हवाला देकर स्थानीय प्रशासन द्वारा शहीद स्मारक को तोड़ा गया उस दिन सभी आंदोलनकारी भाई बंधु मातृशक्ति अपने को ठगा सा महसूस कर रहे थे । इस अवसर पर विमला रावत, शीलू पंथ, कुसुम जोशी, वीरेंद्र सजवान, राकेश सेमवाल, युद्धवीर सिंह चौहान, बलवीर सिंह नेगी, श्रीकांता शर्मा, प्रेमा नौटियाल, शीला ध्यानी, शांति, दर्शनी देवी, मुंबा देवी, इंदिरावती, कपिल गुप्ता, जयंती नेगी, महेश्वरी, सुभाष शर्मा, बिना कोठारी, सीमा नौटियाल, सुशीला शर्मा, राजू गुप्ता, अनिल गुप्ता, नंदनी जोशी, मनोरमा उनियाल, आरती राणा, रेखा रावत, प्रेम प्रकाश सेमवाल आदि मौजूद थे ।