महापौर ने पार्षदो के साथ पानी की किल्लत झेल रहे बनखंडी क्षेत्र का दौरा कर शीघ्र पानी की समस्या का समाधान करने की बात कही।
ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 14,18,19,20 में पेयजल को लेकर मचे हाहाकार के बीच महापौर अनिता ममगाई का गुस्सा उस वक्त बढ़ गया जब मौके पर पहुंचे जल संस्थान के अधिकारी जनता के सवालों का जवाब देने के बजाय बहानेबाजी करते नजर आए। वृहस्पतिवार को सुभाष नगर बनखंडी,शांतिनगर बनखंडी,गुल्हाटी प्लाट, गंगानगर,अपर गंगानगर,और इससे लगते हुए क्षेत्रो में
भी पेयजल समस्या की जानकारी मिलने पर पहुंची महापौर ने जल संस्थान के अधिकारी जलकल अभियंता राजेश चौहान को मौके पर बनखंडी बुलवा लिया। इस दौरान क्षेत्र वासियों ने महापौर को बताया कि पिछले 10 दिनों से नगर के बनखंडी,शांति नगर,गंगानगर क्षेत्रो के साथ-साथ कई
क्षेत्रो में पेयजल संकट बना हुआ है।
आसमान से बरस रही आग के बीच लोगों के हलक सूख रहे हैं। तमाम शिकायतें करने के बावजूद जल संस्थान के अधिकारी टालमटोल करने में लगे हुए हैं। लोगों की तमाम बातें सुनने के बाद महापौर ममगाई का गुस्सा पूरी तरह से भड़क गया और उन्होंने जलकल अभियंता को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि एक ओर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार बैठके लेकर निर्देश दे रहे है कि उत्तराखंड में कहीं भी पेयजल संकट की स्थिति न उत्पन्न होने दी जाए वहीं दूसरी ओर ऋषिकेश में पिछले दिनों से विभिन्न क्षेत्रों के लोग पेयजल के लिए जूझ रहे हैं। महापौर ने जल संस्थान के अधिकारी को स्पस्ट सब्दो में चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर पलीता लगाने वालों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जल संस्थान के अधिकारी राजेश चौहान द्वारा आज रात तक पेयजल समस्या को दूर किए जाने के आश्वासन पर महापौर का गुस्सा शांत हुआ। मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद हरीश तिवाड़ी,भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश मंत्री सतीश पाल,पार्षद लता तिवाड़ी,पार्षद राजेश दिवाकर,विनोद पाल,सुरेश ग्रोवर,प्रशांत पाल,जय गोपाल वाष्णेय,राजेन्द्र पाल सहित अन्य स्थानीय पीड़ित लोग उपश्थित थे।
इस मौके पर ही महापौर ने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता नमित रमोला को दूरभाष पर बनखंडी की पेयजल संकट के बारे में जानकारी दी। महापौर की शिकायत का तुरंत संज्ञान लेते हुए अधिशासी अधिकारी ने देहरादून से ऋषिकेश कूच कर तुरंत आवश्यक कार्यवाही प्रारम्भ करवा दी है। जिससे जनता को शीघ्र पानी की समस्या से मुक्ति मिलने की संभावना है।