उत्तराखंड में कोरोना मरीजो की संख्या 400 के पार।
उत्तराखंड में कोरोना महामारी की रफ्तार रुकने का नाम नही ले रही है । समाचार लिखे जाने तक मंगलवार को 51 कोरोना संक्रमित मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी , जिसे मिलाकर प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 403 तक पहुंच गई । इनमें से 64 स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं , 4 मरीजों की मौत हो चुकी है।अब प्रदेश में 329 सक्रिय मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। आज मिले मरीजों में 14-14 पिथौरागढ़ और टिहरी , 10 नैनीताल,6 हरिद्वार , 3-3 देहरादून और अल्मोड़ा व 2 मरीज उधमसिंह नगर से सामने आए हैं । पॉजिटिव पाए गए सभी मरीज अन्य प्रदेशों से यहां आकर संस्थागत कोरन्टीन थे । अब इनकी ट्रेवल हिस्ट्री के साथ , संपर्कों का भी पता लगाया जा रहा है। 15 मार्च को प्रदेश में मिले पहले कोरोना मरीज के बाद 4 मई से आवागमन की अनुमति मिलने के बाद से ही प्रवासियों का प्रदेश में आगमन बढ़ गया , जिसके बाद से ही राज्य में मरीजों की संख्या में लगातार बढोत्तरी हो रहा है । हालात इतने संगीन हैं कि पिछले 4 दिन में ही 250 प्रवासियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है । 22 मार्च को राज्य में 153 मरीज थे , जो 26 को बढ़ कर 403 हो गए ।
जिलाधिकारी देहरादून डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि इन्सटीट्यूशनल क्वारेंटीन किये गये प्रत्येक व्यक्ति की सेम्पलिंग की जा रही है इसके विभिन्न स्वास्थ्य टीमें बनाई गयी हैं जो सैम्पलिंग कार्य का संकलन करेंगी। जिलाधिकारी कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि क्वोरंटीन सेन्टर में किसी भी व्यक्ति को कोई समस्या न हो इसके प्रत्येक सेन्टर पर स्टाफ तैनात किया गया है तथा क्वारेंटीन सेन्टर पर पोस्टर भी चस्पा किये गये हैं यदि किसी को स्वास्थ्य सम्बन्धी या अन्य कोई समस्या हैं वे दिये गये नम्बरों पर काल कर अवगत करा सकते हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि आज शाम 8 बजे उत्तप्रदेश के फैजाबाद, अम्बेडकर नगर एवं आयोध्या के लिए विशेष टेªेन चलाई जा रही हैं, जिसमें जनपद देहरादून एवं हरिद्वार से कुल 1152 व्यक्ति/यात्री अपने गंतव्य स्थान को भेजे जायेंगे।
विज्ञप्ति जारी किये जाने तक वायु सेवा के माध्यम से जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर पंहुचे 307 व्यक्तियों को स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त जनपद में प्रशासन द्वारा अधिग्रहित विभिन्न होटल में संस्थागत क्वारेंटीन किया गया है। इसी प्रकार जनपद के जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट से विभिन्न प्रदेशों 190 व्यक्ति गंतव्यों हेतु गये।
जनपद के विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 15 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते दरों पर 76.08 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा जनपद के ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में अवस्थित आशुतोष नगर/बैराज रोड ऋषिकेश में खाद्य एवं दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई गयी। जिलापूर्ति विभाग कन्टेंनमेंट आशुतोष नगर/बैराज रोड ऋषिकेश में 4 गैस सिलेण्डर वितरित किये गये। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत आशुतोष नगर/बैराज रोड में 493 उपभोक्ताओं को खाद्यान उपलब्ध कराया गया। दुग्ध विकास विभाग द्वारा गुरू रोड पटेलनगर में 15, आशुतोष नगर में ऋषिकेश में 40 ली0, बैराज कालोनी में 40 कुल 95 ली0 दूध विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला एवं तहसील सदर में कुल 897 निराश्रित पशुओं जिसमें 559 श्वान, 296 गौवंश एवं 42 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया। राम सिंह प्रधान जी दुग्ध विकास समिति रजि0 द्वारा रेनबसेरा पटेलनगर में ठहराये गये आसाम, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के 48 व्यक्तियों को भोजन उपलब्ध करया जा रहा है।
कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत डाॅ ए.के डिमरी, डाॅ फिर्मल एवं जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी जी.सी कण्डवाल द्वारा रैन बसेरा पटेलनगर में 75 व्यक्तियों, मत्स्य विभाग भोपाल पानी के 23 कार्मिकों, ग्लेक्सी गेस्ट हाउस क्वारेंटीन सेन्टर में 4 व्यक्तियों सहित कुल 102 व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया गया।
जनपद में विभिन्न विकासखण्डवार मनरेगा कार्याें के अन्तर्गत आतिथि तक 1021 निर्माण कार्य प्रारम्भ किये गये, जिनमें 13648 श्रमिकों को सैनिटाईजेशन एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करवाते हुए उक्त कार्य में योजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया। कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत जिला आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून में जन सहायता हेतु स्थापित कन्ट्रोलरूम में कुल 67 काॅल प्राप्त हुई हैं, जिनमें पास हेतु 66, राशन हेतु 1 काल प्राप्त हुई।
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है आज कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत 156 सैम्पल जाचं हेतु भेजे गये तथा 548 सैम्पल प्राप्त हुए जिनमें सभी 3 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव प्राप्त होने के फलस्वरूप जनपद में कोरोना पाॅजिटिव संक्रमितों की संख्या 79 हो गयी है, जिनमें 35 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 41 व्यक्ति उपचाररत् हैं जिनमें 3 व्यक्ति अन्य प्रदेश के हैं।
विज्ञप्ति जारी किये जाने तक अन्य राज्यों से आने वाले कुल 85 व्यक्तियों की सैम्पलिंग संकलित की गयी जिनमें, आशारोड़ी चैकपोस्ट पर 12, रायवाला चैकपोस्ट पर 9, धर्मावाला में 29, एम्स अस्पताल में 31, महन्त इन्दे्रश अस्पताल में 4 सैम्पल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 34 व्यक्तियों की रैण्डम सैम्पलिंग की गयी जिसमें आशारोड़ी चैकपोस्ट पर 12, रायवाला चैकपोस्ट पर 15, स्पोर्टस कालेज रायपुर में 5, धर्मावाला में 2 सैम्पल शामिल हैं।
जनपद में आज आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा कुल 27743 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी की की गयी। इसी प्रकार आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा जनपद में होम क्वारेंटीन किये गये कुल 929 व्यक्तियों की निगरानी का कार्य किया गया। इसी क्रम में अन्य राज्यों से जनपद में पंहुचे कुल 793 व्यक्तियों को स्वास्थ्य परीक्षण एवं सैम्पल प्राप्त करने के उपरांत संस्थागत क्वारेंटाइन किया गया।
कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि के दौरान जनपद में बनाये गये 3 राहत शिविरों में ठहरे हुए 133 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग प्रदान की गयी। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत दिहाड़ी/मजदूरी करने आये 97 श्रमिकों जिन्हे जैन धर्मशाला देहरादून बनाये गये राहत शिविर में ठहराया गया है, की साईकेट्रिक सपोर्ट टीम द्वारा रिवाइस्ड कांउसिलिंग की गयी। आज विभिन्न ड्यूटियों में तैनात कार्मिकों को 141 एन-95 मास्क, 470 ट्रीपल लेयर मास्क, 105 पीपीई किट, 500 वीटीएम वायल, 7 सेनिटाईजर, 11027 सर्जिकल गलब्स, 400 एग्सामिनेशन गलब्स वितरित किये गये।
कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु समस्त मेडिकल स्टोर पर बिना चिकित्सक के परामर्श की पर्ची के सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयों का विक्रय प्रतिबन्धित किये जाने के उपरान्त समस्त मेडिकल स्टोर स्वामियों द्वारा जनपद में कुल 109 व्यक्तियों को चिकित्सकीय पर्ची के आधार पर सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयां विक्रय की गयी।
उधर जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा वीडियो कान्फे्रसिंग के माध्यम से जनपद के समस्त क्षेत्रीय और स्थानीय अधिकारियों को आगामी मानसून से पूर्व तैयारी एवं बाढ नियंत्रण प्रबन्धन विषयक की समीक्षा बैठक लेते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
जनपद के एनआईसी सभागार में वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी ने समस्त क्षेत्रों के उप जिलाधिकारियों तथा सिंचाई विभाग, जल संस्थान, स्वास्थ्य, विद्युत, खाद्य आपूर्ति, पुलिस, नगर निगम, नगर पालिका, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे विभागों के अधिकारियां को मानसून आनेे से पूर्व ही अपने-अपने कार्य क्षेत्र का फिल्ड निरीक्षण करते हुए किये जाने वाले पूर्व सुरक्षात्मक कार्यों, जुटाये जाने वाले मानवीय व अन्य संसाधनों, मानसून सीजन में होने वाली किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए किये जाने वाले राहत एवं बचाव के त्वरित उपायों की पूर्व तैयारी करने और विभिन्न विभागों का आपसी सामंजस्य बनाये रखने तथा सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान करने जैसे कार्यों को समय से समय से पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर सभी प्रकार के उपकरणों की पर्याप्त, उपलब्धता, उनकी कार्य स्थिति, विभिन्न स्तर पर उपकरणों और कार्मिकों की तैनाती करने करते हुए विस्तृत सूचना सूचना संकलन कर आख्या आपदा प्रबन्धन कार्यालय को देना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सभी विभागों से समुचित लाईजनिंग और सभी व्यवस्थाओं पर प्रभावी नियंत्रण रखने के पूर्व उपाय करने के निर्देश दिये ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थित में राहत एवं सुगमीकरण के कार्यों में आसानी रहे। उन्होनें नगर निगम देहरादून एवं ऋषिकेश सहित समस्त नगर पालिका परिषदों के प्रभारी अधिकारियों को बरसात से पूर्व अपने-अपने क्षेत्रों में सड़क व सम्पर्क मार्ग के किनारों से लेकर नालों-नालियों में बेहतर सफाई करने के निर्देश दिये ताकि ताकि बरसाती पानी की सुगम निकासी हो सके। लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बरसात के दौरान बन्द होने वाली सड़कों को तत्काल खोलने और आवागमन को सुरक्षित सुगम बनाये रखने के लिए पहाड़ों पर संभावित भूस्खलन वाले क्षेत्रों में पहले से पर्याप्त जे.सी.बी तैनात करने तथा यातायात पुलिस के समन्वय से जोखिम संभावित क्षेत्र में यात्रियों की सुविधा के लिए लगाये जाने वाले होर्डिंग्स-सूचना पट्ट को सही लोकेशन पर लगाने और उसमें सम्बन्धित अधिकारियों के दूरभाष नम्बर सहित पर्याप्त और स्पष्ट जानकारी अंकित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने वन विभाग को विभिन्न क्षेत्रांें क्षतिग्रस्त पेड़ों की लाॅपिंग -पातन करने तथा आवश्यकतानुसार जीर्ण-क्षीर्ण पेड़ों के कटान की कार्यवाही समय से करने तथा सिंचाई विभाग को कमजोर तटबन्धों की मरम्मत और अपने-अपने क्षेत्रों में आपात नियन्त्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश दिये। उन्होने विभिन्न विभागों को भी अपने-अपने क्षे़त्रों में बाढ चैकियों की स्थापना करते हुए वहां पर पर्याप्त उपकरणों की उपलब्धता और जरूरी दूरभाष नम्बर जारी करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को जनपद में पर्याप्त दवाईयों , मेडिकल स्टाफ और अवाश्यकतानुसार एम्बुलेंस की उपलब्धता रखने, खाद्य आपूर्ति विभाग को विभिन्न क्षेत्रों में सड़क मार्ग बन्द होने की स्थिति में क्षेत्रीय गोदामों में पर्याप्त खाद्यान स्टाॅक रखने तथा जल संस्थान, को बरसात के दौरान शुद्ध पेयजल सप्लाई बनाये रखने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने इस दौरन सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि 15 जून के बाद मानसून के आगमन के दृष्टिगत सभी विभाग अपने-अपने स्तर से तैयारी कर लें, यदि किसी भी प्रकार के संसाधनों की कमी हो तो उसे तत्काल पूरा कर लें। जिलाधिकारी ने कहा कि चकराता , कालसी-त्यूनी-लाखामण्डल और मसूरी जैसे पहाड़ी और रिमोट एरिया में भूस्खलन की समस्याएं अधिक रहती हैं, जबकि मैदानी क्षेत्रों में बरसात के दौरान जल भराव व बाढ की समस्या आती है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, प्रभागीय वनाधिकारी वन प्रभाग देहरादून राजीव धीमान, अपर जिलाधिकारी (वि/रा) बीर सिंह बुदियाल, पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चैबे, उप जिलाधिकारी सदर गोपाल राम बिनवाल, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी डाॅ दीपशिखा रावत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे और विभिन्न क्षेत्रों से वी.सी के माध्यम से उप जिलाधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया ।