डिग्री युवाओं को योद्धा बनाती है :-निशंक

जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के दसवे दीक्षांत समारोह में केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि डिग्री युवाओं को योद्धा बनाती है। युवा शिक्षा ग्रहण करने के बाद अवसरों के मैदान में उतरें और अपने सपनों को सच करें। युवा का विजन और मिशन एक दूसरे के सामने हैं। आप एक योद्धा की तरह अपने विजन को मिशन में बदल डालें। निशंक आज जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के दसवें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। निशंक ने कहा कि 21वीं सदी में भारत ऊर्जा से ओतप्रोत राष्ट्र के रूप में तेजी से उभर रहा है। युवा शक्ति ही देश की असली पूंजी हैं। उन्होंने कहा कि युवा की उर्जा कौशल का उपयोग रचनात्मक कार्य और राष्ट्र निर्माण में करने से ही भारत एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र बन सकता है। उन्होंने मौजूदा शिक्षा प्रणाली में सुधार की जरूरत बताते करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य केवल नौकरी पाने तक ही सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि स्वरोजगार से नौकरियों का सृजन करना चाहिए। देश के युवा को आज सकारात्मक सोच की जरूरत है और इसी सोच के साथ युवा पीढ़ी आगे बढ़ेगी तो भारत दुनिया का सर्वश्रेष्ठ देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि 33 साल बाद केन्द्र सरकार नई शिक्षा नीति की जल्द घोषणा करने जा रही है।
उन्हेंने वहां मौजूद छात्र छात्राओं से कहा कि आज आप योद्धा की तरह डिग्री लेकर अपने सपनों को बुन रहे हैं। यह क्षण हर्ष और चुनौती दोनों का है। सपने देखना जरूरी है और उसके पूरा करने के लिए दम होना जरूरी है। मेहनत से ही मुकाम तक पहुंचा जा सकता है। आप जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी से प्रेरणा लेकर नई जिंदगी की शुरुआत करें। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया हमारे लिए मार्केट नहीं है बल्कि एक परिवार है। परिवार में प्यार होता है, लेकिन बाजार में व्यापार होता है। हमारा देश बढ़ता हुआ भारत है। हमें ऐसा स्वस्थ, समृद्ध और स्वच्छ भारत चाहिए जो भारत एक हो, श्रेष्ठ हो और यह तभी संभव है जब हम मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया को पूरी दुनिया के सामने लेकर आएं। उन्होंने कहा कि जिसके मन में आग, उमंग और जिजीविषा हो, वही परिवर्तन कर सकता है और अपनी चुनौतियों को अवसर में बदल देता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि दीक्षांत का मतलब शिक्षा का अंत नहीं है। आने वाले समय में आप ही देश के मार्गदर्शक बनेंगे, इसलिए युवाओं को आगे आकर देश के भविष्य के बारे में सोचना होगा। उन्होंने कहा कि ज्ञान एक ऐसी पूंजी है जिसको कोई चुरा नहीं सकता। आज के समय में शिक्षा जीवन में बहुत जरूरी है।
जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने मेडल और डिग्री पाने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एक दिल्ली के जेएनयू है और एक जयपुर को जेएनयू है। दोनों में जमीन आसमान का अंतर है। दिल्ली के जेएनयू जहां बदनामी की मिसाल लिख रहा है वहीं जयपुर का जेएनयू सफलता की इबारत लिख रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा दूसरे का कल्याण करने के लिए प्रेरित करती है। समारोह को यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ संदीप बख्शी ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व दीक्षांत समारोह में अतिथियों ने 75 पीएचडी डिग्री, 55 गोल्ड मेडल सहित 1950 स्टूडेंट को विभिन्न विषयों में डिग्रियां प्रदान कीं।