ऋषिकेश वन विभाग का जंगल बना अवैध शराब का कारखाना

ऋषिकेश । वन विभाग का जंगल आजकल अवैध शराब का कारखाना बन गया है। तीर्थनगरी के नगर निगम से सटी ग्राम पंचायत गुमानीवाला से सटे जंगलात के इलाके आजकल नशे की चपेट में हैं। इस नशे के खिलाफ ग्रामीणों की मुहिम लगातार जारी है। ग्रामीणों ने जंगल में छापेमारी कर कच्ची शराब बनाने में प्रयुक्त सैकड़ों लीटर लहन नष्ट की। आज गुमानीवाला के ग्रामीणों ने आबादी से सटे जंगल में धड़ल्ले से चल रहे नशे के अवैध धंधे के खिलाफ मोर्चा खोला। ताबड़तोड़ छापेमारी कर कच्ची शराब की भट्टिया तोड़ डाली। उपकरण जब्त कर लिए। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेश व्यास की सूचना पर वनकर्मी भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के सहयोग से जंगल में छानबीन शुरू की। गुमानीवाला से सटे लालपानी बीट में गड्ढों में दबाकर रखे गए लहन से भरे ड्रम निकाले और मौके पर नष्ट कर दिया।नशा विरोधी अभियान में देवेंद्र बैलवाल, राजेंद्र गैरोला, विनोद भट्ट, विनोद पोखरियाल, संदीप, हंसा कंडियाल, सरोजनी थपलियाल, पूनम रावत, उर्मिला राणा, शांति तड़ियाल, शुक्री देवी, सोना, माया रावत, वीरा रावत, पिंकी गुसाईं आदि शामिल थे। तो वहीँ कच्ची शराब के अवैध धंधे से जुड़े लोगों और शराब तस्करो ने अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली महिलाओं को देख लेने की धमकी दी है। जिस पर गुमानीवाला ग्राम प्रधान दीपिका व्यास ने पुलिस प्रशासन से महिलाओं को धमकी देने वालों की पहचान कर शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है। साथ ही इस सम्बन्ध में सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।