ऋषिकेश- जोशीमठ में सेना और आईटीबीपी कैंप की ओर बढ़ने लगा भू-धंसाव

त्रिवेणी न्यूज 24
जोशीमठ- जोशीमठ शहर में भू-धंसाव का क्षेत्र सेना और आईटीबीपी कैंप की ओर बढ़ना शुरू हो गया है। सेना मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क भी धंसनी शुरू हो गई है। जल्द इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो देश की सुरक्षा पर भी इसका असर पड़ सकता है। जोशीमठ में भूधंसाव के कारण सड़कें इस तरह फट रही हैं।
बता दें कि जोशीमठ से भारत-तिब्बत सीमा महज 100 किलोमीटर दूर है। यह संसाधनों से भरपूर अंतिम सरहदी शहर है। यहां सेना की ब्रिगेड और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की एक बटालियन तैनात है। जोशीमठ में स्काउट आईबेक्स ब्रिगेड का मुख्यालय भी है। यहां से नीति और माणा घाटी भारत तिब्बत सीमा से जुड़ती हैं। लेकिन भू-धंसाव का क्षेत्र अब सेना और आईटीबीपी के कैंप की ओर भी बढ़ना शुरू हो गया है। कैंप की सड़क धंसने के साथ ही सीमा को जोड़ने वाला मलारी हाईवे धंस गया है। ऐसे में सेना को आवागमन व रसद की दिक्कत हो सकती है।
जिस तरह से यहां बड़ी तेजी से भू-धंसाव हो रहा है उससे स्थानीय लोगों के साथ सेना की चिंता भी बढ़ गई है। खासतौर से तब जब चीन से भारत के संबंधों में तल्खी बनी हुई है। भारतीय सुरक्षा बलों के बाद इस सीमांत इलाके के नागरिक दूसरी रक्षा पंक्ति के पहरेदार हैं। भू-धंसाव की घटना पर यदि प्रभावी रोक नहीं लगी तो ये देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है।

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