ऋषिकेश- जाते जाते नेत्रदान को प्रेरित कर गई बुजुर्ग दादी माया देवी

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश- इस संसार में विरले ही लोग ऐसे होते हैं जो 100 वर्ष की भरपूर जिंदगी सुख के साथ परिवार के साथ बिताते हैं। कनखल निवासी माया देवी नारंग 100 वर्ष की अपनी आयु पूर्ण कर बेटा बहू, नाती, पोते, पड़पोते,पडप्रपोत्री से भरा परिवार छोड़कर इस दुनिया से विदा हो गयी। जीवन भर मां गंगा से जुड़े और प्रत्येक की मदद करने वाले परिवार की मुखिया माया देवी जाते-जाते भी नेत्रदान का एक नेक काम और कर गई जो कि समाज के लिए एक मिसाल बन गई है। सोमवार दोपहर इनका आकस्मिक निधन हो गया था। उनके परिजनों ने नेत्रदान के लिए अपने परिवार के ही गोपाल नारंग को सूचित किया जिन की सूचना पर उनके सहयोगी रामशरण चावला एम्स हॉस्पिटल ऋषिकेश की नेत्रदान की रेस्क्यू टीम के साथ उनके निवास पर पहुंचे जहां टीम ने दोनों कार्नीया सुरक्षित प्राप्त कर ली। यह परिवार बहुत लंबे से समय से नेत्रदान से जुड़ा है पूर्व में भी परिवार से कई नेत्रदान हो चुके हैं। आज स्वर्गीय दादी का नेत्रदान कराने में श्याम नारंग, रजत नारंग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नेत्रदान महादान हरिद्वार ऋषिकेश टीम का कॉर्नियल ब्लाइंडनेस समाप्त करने का 255 वां सफल प्रयास है। नेत्र दान के इस कार्य पर प्रदीप चौधरी, रजत कुमार, अनिल अरोड़ा, अरविंद कुमार, संजय जैन, अवनीश गोयल ने परिजनों की सराहना की है।

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