ऋषिकेश- मिलावटखोरी पर प्रशासन सख्त, मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दिए कार्रवाई के निर्देश

त्रिवेणी न्यूज 24
देहरादून _ मिलावटखोरी पर शासन-प्रशासन सख्त हो गया है। सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने खाद्य सुरक्षा के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की साथ हुई। जिसमें मुख्य सचिव ने खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए तत्काल एक्शन लेने सहित कई बड़े निर्देश दिए। बैठक ने मुख्य सचिव ने खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए किए गए कार्यों की प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एक हफ्ते में एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने दूध में मिलावट रोकने के लिए तत्काल अभियान चलाए जाने और मिलावट की जांच के लिए सघन सैंपलिंग अभियान चलाए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि इस काम में सफलता तभी मानी जाएगी जब आम जनता कहेगी कि खाद्य पदार्थों में मिलावट रुक गई है। इसके लिए सैंपल कलेक्शन और टेस्टिंग को वर्तमान की स्थिति से 20 से 30 गुना बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहली बैठक में दिए गए टेस्टिंग लैब बढ़ाए जाने के आदेशों पर अभी तक कार्रवाई न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि प्रदेश में टेस्टिंग लैब एवं उपकरणों की आवश्यकतानुसार प्रस्ताव तैयार कर तुरन्त भेजा जाए। उन्होंने कहा कि खाद्य पद्धार्थों के लिए गए सैंपलों की अगले एक-दो दिनों में टेस्टिंग का रिजल्ट आ जाए इसके लिए प्रयास किए जाएं। इसके लिए लैब तैयार होने तक अन्य राज्यों में कहां-कहां सैंपल भेजे जा सकते हैं इस पर कार्य करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने RUKO अभियान के तहत यूज्ड कुकिंग ऑयल के प्रयोग को फूड चेन से बाहर करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने के भी निर्देश दिए साथ ही जागरूकता के लिए लगातार कार्यशालाओं का आयोजन किए जाने की भी बात कही। मुख्य सचिव ने प्रदेश के स्थानीय खाद्य पद्धार्थों को अधिक से अधिक उपयोग के लिए योजनाएं तैयार किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अच्छा कार्य कर रहे होटल रेस्टोरेंट एवं कारोबारियों को प्रोत्साहित भी किया जाना चाहिए। इस अवसर पर सचिव रविनाथ रमन एवं आर राजेश कुमार सहित समिति के अन्य सदस्य एवं उच्चाधिकारी उपस्थित थे।