ऋषिकेश- विण्डलास रिवर वैली आवासीय परियोजना में फ्लैट देने के बदले ठगे 8 लाख

त्रिवेणी न्यूज 24
डोईवाला- 16 नवंबर को शिकायतकर्ता /वादी रूपेन्द्र कुमार शुक्ला उम्र 41 वर्ष पुत्र ने राम शुक्ला निवासी 145 दून विहार जाखन जिला दहेरादूनHB ने प्रार्थना पत्र दिया कि प्रतिवादी सुधीर विण्डलास निदेशक विण्डलास रिवर वैली आवासीय परियोजना, कुआवाला हरिद्वार रोड देहरादून, प्रणव रस्तोगी निदेशक विण्डलास रिवर वैली आवासीय परियोजना, कुआवाला हरिद्वार रोड, जनपद देहरादून द्वारा वादी उपरोक्त से को एक फ्लैट 1090 वर्गफिट का एक फ्लैट यूनिट संख्या 108 ब्लाक गंगा-1 कीमत 30,69,307/- रूपये में आवंटित किये जाने तथा वादी के 8,85,616 रूo की धनराशि को समायोजित करने के उपरांत भी कथित फ्लैट की रजिस्ट्री न करने के सम्बंध मे प्राप्त हुआ है । न्यायालय जेएम डोईवाला के आदेशानुसार (अंतर्गत धारा 156(3) सीआरपीसी) थाना डोईवाला पर मु0अ0स0- 410/22 धारा- 420/504 भादवि बनाम सुधीर विण्डलास आदि पंजीकृत किया गया। अभियोग की विवेचना प्रचलित है ।
2-थाना डोईवाला पर 16 नवंबर को शिकायतकर्ता /वादी रमन कुमार पुत्र स्व. करमचन्द निवासी मिस्सरवाला डोईवाला जिला देहरादून द्वारा पत्र प्रार्थना पत्र दिया गया कि प्रतिवादी प्रमोद सिंह पुत्र दरबान सिंह निवासी कालूवाला वार्ड न0- 06 पो0आँ बडोवाला भानियावाला डोईवाला जिला देहरादून, कविता पत्नि प्रमोद सिह पुत्र दरबान सिंह निवासी कालूवाला वार्ड न0- 06 पो0आँ बडोवाला भानियावाला डोईवाला द्वारा वादी उपरोक्त से अपनी एक भूमि जिसकी भूमि खाता स0-386, फसली वर्ष 1422-1427 के अनुसार भूमि खसरा स0-526 मि0, क्षेत्रफल 125.46 वर्ग मी0 यानि 150 वर्ग गज स्थित मौजा कान्हरवाला, तहसील डोईवाला देहरादून जिसका वादी द्वारा बतौर ब्याना मु0 2,50,000 / रू० जरिये चैक जिसकी चैक व भिन्न -2 दिनांको पर गूगल पे से ट्रासफर कर दिए गये थे। तथा शेष धनराशि को छः माह की अवधि के भीतर बनाना सम्पादित कराते समय अदा किया जाना तय किया गया था ।परन्तु अभि.गणों द्वारा उक्त भूमि की रजिस्ट्री वादी को नहीं करना व वादी के साथ मारपीट कर गाली-गलौच व जान से मारने की धमकी देने एवं ₹500000 की धोखाधड़ी करने के संबंध में प्राप्त हुआ। उक्त प्रा.पत्र पर माननीय न्यायालय जेएम डोईवाला महोदय के आदेशानुसार (अंतर्गत धारा 156(3) सीआरपीसी) थाना डोईवाला पर मु0अ0स0- 411/22 धारा- 420/504/506 भादवि बनाम प्रमोद सिंह आदि पंजीकृत किया गया। अभियोग की विवेचना प्रचलित है ।