ऋषिकेश- विश्व गोरैया दिवस पर गोरैया पंछी के संरक्षण का दिया संदेश

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश- विश्व गोरैया दिवस पर समाजसेवी प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि आज गौरैया सिर्फ और सिर्फ विचार और खयालों में ही रह गई हैं। किसी जमाने में बच्चों की किताबों में गौरैया के ऊपर कहानियां मिला करती थी। लेकिन आज आधुनिक युग में इस मिलनसार पंछी जो परिवार से ही जुड़ी रहती है आज देखने को नहीं मिल रहा है। गांव और शहर में यदि कभी कोई गौरैया दिख जाए तो बच्चे झूम उठते हैं। लेकिन मानव समाज के लिए शर्म की बात है कि गौरैया अब विलुप्ति की कगार पर है। गौरैया पर्यावरण की भी परम मित्र कहलाती है ऐसे में इसका संरक्षण मानव जाति के लिए बेहद जरूरी है। मैंने स्वयं पिछले एक साल से गौरैया संरक्षण पर कार्य किया है। सबसे पहले मैंने अपने हाथों से गौरैया के लिए घोंसला बनाया और उनके लिए उचित व्यवस्था की जिसका नतीजा है कि आज मेरे घर में गौरैया गौरैया के बच्चों की चूचू की मधुर ध्वनि प्रातः 4: बजे से ही सुनाई देने लगती है। इसका संरक्षण हमारा परम कर्तव्य होना चाहिए लेकिन विडंबना यह है कि इसको लेकर कोई चिंतित ही नही है। उन्होंने बताया की ब्रिटेन की रॉयल सोसाइटी ऑफ बर्डस द्वारा विश्व के विभिन्न देशों में किए गए अनुसंधान के आधार पर भारत और कई बड़े देशों में गौरैया को रेड लिस्ट कर दिया गया है।
ऐसे में स्थानीय समाजसेवी संगठनों को आगे आकर इस पंछी का संरक्षण करना चाहिए। सरकार को चाइनीस मांजे के उपयोग पर प्रतिबंध लगना चाहिए जिससे पंछी इन धागों में फस कर अपनी जान ना गवावें।

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