ऋषिकेश- निधन के बाद भी दो जिंदगी की आंखों को रोशन करेगी कमलकांत की आंखें
त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – हरिद्वार निवासी साहित्यकार कमल कांत आज सुबह यह नश्वर संसार छोड़ गए है। उनके निधन का समाचार मिलते ही शहर भर मे शोक की लहर दौड़ गई। यह समाचार उनके शिष्य और नेत्रदान कार्यकर्ता राम शरण चावला तक पहुचा तो उन्होंने दुःख प्रकट करने के साथ साथ परिवार को याद दिलाया के बुधकर जी ने अपने नेत्रदान का संकल्प पहले से ही लिया हुआ था,परिवार द्वारा सहमति मिलने पर चावला सक्रिय हो गए और एम्स ऋषिकेश की टीम को लेकर उनके निवास पर पहुंच गए जहां डा.आरशी ने संदीप गुसांईं के सहयोग से पार्थिव शरीर से दोनों कार्निया सकुशल प्राप्त कर लिए जो जल्द ही दो सूने नेत्रों मे प्रत्यारोपित कर दिए जाएंगे। राम शरण चावला ने बताया कि बुधकर की प्रेरणा से ही वह 1985 मे इस मिशन से जुड़े थे आज अपने प्रेरणा स्त्रोत को खो कर जितने ग़मगीन हैं उतना ही उनके नेत्रदान करा कर गर्व भी महसूस कर रहे हैं।
नेत्रदान मिशन से जुड़े गोपाल नारंग ने बताया की नेत्रदान महादान अभियान का यह 210 वां सफल प्रयास था..जिसके द्वारा 420 व्यक्ति दृष्टि का उपहार फिर से पा गए हैं।