ऋषिकेश- उच्च न्यायालय की तीखी टिप्पणियों के बाद उत्तराखंड सरकार ने की एसओपी जारी
त्रिवेणी न्यूज 24
देहरादून – उच्च न्यायालय की कोरोना के डेल्टा प्लस वैरियंट के कारण संभावित तीसरी लहर के तहत सरकार व नौकरशाही को लेकर की गई तीखी टिप्पणियों के बाद सरकार हरकत आ गई है। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास को भी कोरोना की तीसरी लहर के लिए समर्पित किए जाने की घोषणा के बाद अब राज्य सरकार ने इस पर बीती देर रात्रि एसओपी भी जारी कर दी है। बृहस्पतिवार देर रात्रि जारी गई एसओपी में राज्य सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर और उसमें बच्चों के संक्रमित होने की आशंकाओं को देखते हुए विशेष निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत चिकित्सालयों में बाल रोग विशेषज्ञों की संख्या बढ़ाने के अलावा उनके उपचार के व्यापक प्रबंध करने के लिए महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है। कहा गया है कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण जल्दी से जल्दी पूरा किया जाए। मुख्य सचिव ओम प्रकाश के हस्ताक्षरों से युक्त इस आदेश में कहा गया है कि हर जिले के सरकारी चिकित्सालयों में पर्याप्त संख्या में आक्सीजन युक्त बेड, आईसीयू व वेंटीलेटरों का इंतजाम किया जाए। यदि किन्ही कारणों से यह संभव नहीं हो पा रहा है तो नजदीकी मेडिकल कालेज से यह व्यवस्था बनाई जाए। इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 1 लेबल का कोविड केयर सेंटर बनाया जाए। हर 1 लेबल के कोविड केयर सेंटर में दस बेडों की व्यवस्था होनी चाहिए। हर जिले में किसी अन्य बीमारी से पीढ़ित शून्य से 18 आयु वर्ग के बच्चों की सूची अभी से तैयार कर ली जाए ताकि कोरोना की तीसरी लहर के समय उनकी निगरानी भी की जा सके। एसओपी में यह भी कहा गया है कि केंद्र सरकार से प्राप्त हो रहे आक्सीजन सिलेंडरों के अलावा यदि जिलों में और भी सिलेंडरों की आवश्यकता पड़ती है तो उन्हें अभी से क्रय कर लिया जाए। हर डीसीएच और मेडिकल कालेज में आक्सीजन स्टोरेज टैंक की व्यवस्था की जाए जिनकी क्षमता कम से कम एक हजार लीटर प्रति मिनट होनी चाहिए।