ऋषिकेश:-सर्वदलीय संघर्ष समिति का 22 जून से होगा क्रमिक अनशन

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – नेपाली फार्म प्रस्तवित टोल प्लाजा के विरोध में सर्वदलीय संघर्ष समिति का धरना जारी रहा। धरना स्थल पर आयोजित बैठक में 21 जून तक लिखित जवाब नहीं देने पर २२ जून से क्रमिक अनशन करने का निर्णय लिया गया। किया। इस मौके पर एक कमेटी का भी गठन किया गया जिसमें विजयपाल रावत को समित का अध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के चन्द्रमोहन भट्ट को सचिव और शोभा भट्ट को उपाध्यक्ष बनाया गया। इस मौके पर संयोजक संजय पोखरियाल व कांग्रेस प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत ने कहा कि अब हमें गाँव गाँव जाकर विधायक द्वारा रचे गये राजनीतिक षड्यंत्र के तहत टोल की पोल खोलनी पड़ेगी ताकि विधानसभा क्षेत्र का हर व्यक्ति जान सके कि टोल पर विधायक कैसे राजनीति के तहत खेल खेलने का काम कर रहे हैं ।
धरने में प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला, आप से लाल मणी रतूड़ी, महन्त विनय सारस्वत, उक्रांद ज़िलाध्यक्ष केन्द्र तोपवाल, गोकुल रमोला,चंद्र मोहन भट्ट, मनोज गुसाँई , रवि राणा, कुंवर सिंह गुसांई, मनोज पंवार, अमन पोखरियाल, गुरविंदर सिंह, संदीप ध्यानी, रुकम पोखरियाल, विक्रम भंडारी, राम कुमार भतालिये , विवेक तिवारी, अजय धीमान आदि मौजूद थे ।
उधर कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने कहा कि हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा दी जा रही प्रताड़ना से ऋषिकेश विधानसभा की जनता को न्याय न मिल जाये।
उन्होंने लाइव डिबेट कार्यक्रम के माध्यम से क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल को बहस की खुली चुनौती देते हुए बताया मेरे द्वारा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय से एक पत्र रिसीव करा कर लाया गया है। जिसमें छिददरवाला टोल प्लाजा के विषय में नितिन गडकरी से निवेदन किया है कि टोल प्लाजा को ना बनाया जाए।
खरोला ने कहा विगत 2 दिन पूर्व क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा उनके क्षेत्रीय कार्यालय में उनके द्वारा 45 मिनट तक ऋषिकेश के विषय में कुछ लोगों को जानकारियां दी गई। इन जानकारियों में छिददरवाला टोल प्लाजा के विषय में उनके द्वारा काफी कुछ कहा गया। उन्होंने 24 मई से लेकर के 5 जून तक का जो ब्यौरा दिया उसमे उनके द्वारा बताया गया कि टोल प्लाजा निरस्त करने के लिए उन्होंने क्षेत्रीय सांसद, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से निवेदन किया था। लेकिन कही से भी से कोई भी टोल प्लाजा निरस्तीकरण का आश्वासन नहीं मिल पाया। उसके बाद उत्तराखंड के सचिव आरके सुधांशु ने उनको आश्वासन दिया और उस आश्वासन के आधार पर उन्होंने प्रधान संगठन के लोगों को और क्षेत्रीय लोगों को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह कहा कि अब मैं संतुष्ट हूं और अब टोल प्लाजा नहीं बनेगा ।
खरोला ने क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल पर आरोप लगाते हुए कहा यदि क्षेत्रीय सांसद, मुख्यमंत्री व केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री द्वारा कोई आश्वासन नहीं दिया गया तो फिर आरके सुधांशु जैसे एक ब्यूरोक्रेट द्वारा दिए गए आश्वासन पर प्रेमचंद अग्रवाल कैसे संतुष्ट हो गए यह एक बड़ा सवाल है। इस सवाल का आज भी क्षेत्रीय विधायक के पास कोई जवाब नहीं है। खरोला ने प्रेमचंद अग्रवाल पर आरोप लगाते हुए कहा यदि उनकी बात में जरा सी भी सच्चाई है तो केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी के कार्यलय से लिखित में टोल प्लाजा निरस्तीकरण का आदेश लेकर के आते है तो उसी वक्त यह धरना समाप्त कर दिया जाएगा।
निरस्तीकरण के सिर्फ एक आश्वासन पर उन्होंने जो फूल मालाएं पहनने व आतिशबाजी करने का जो कृत्य किया है वह निंदनीय है। जब छिददरवाला टोल प्लाजा के निरस्तीकरण का लिखित आदेश आएगा तो क्षेत्रीय विधायक को फूल माला पहनने के बजाय उन्हें उसी टोल प्लाजा के पास जाकर सार्वजनिक रूप से ऋषिकेश विधानसभा की जनता से माफी मांगनी पड़ेगी की गलती से यहाँ पर टोल प्लाजा प्रस्तावित हो गया था। टोल प्लाजा निरस्त होने कि बहुत बड़ी उपलब्धि नहीं मानी जाएगी क्योंकि NH के नियमानुसार 60 किलोमीटर के दायरे में दो टोल प्लाजा नहीं हो सकते। जबकि यह 20 किलोमीटर के अंतर्गत बनाया जा रहा है। इसलिए जब भी टोल प्लाजा निरस्त होगा विधायक फूल माला ना पहनकर ऋषिकेश विधानसभा की मासूम जनता से केंद्र सरकार की ओर से व जनता को टोल प्लाजा के मुद्दे में भटकाने के लिए माफी मांगने का काम करें।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि सरकार व सरकार के नुमाइंदें शायद ये भूलने का काम कर रहे हैं कि सत्ता किसी की नहीं होती सत्ता के नशे में यह आम जन के हितों को भूल गये हैं। हमें हर घर जाकर टोल सहित अन्य किये गये झूठे वादों के बारे जनता को अवगत करवाना चाहिये।