ऋषिकेश- परिवहन महासंघ ने चार धाम यात्रा को संचालित करने की मांग को लेकर ढोल बाजे के साथ परिवहन कार्यालय पर किया प्रदर्शन

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – उत्तराखंड परिवहन परिवहन महासंघ ने चार धाम यात्रा को संचालित करने की मांग को लेकर राज्य सरकार के विरुद्ध ढोल बाजे के साथ परिवहन कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपना विरोध प्रकट किया। इस मौके पर उन्होंने 10 जून को विधानसभा कैंप कार्यालय का घेराव करने ऐलान किया है।
सोमवार को उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय के नेतृत्व में वाहन मालिकों और चालकों ने नो टैक्सेशन, नो सलूशन के नारे के साथ प्रदर्शन कर परिवहन विभाग के साथ ही राज्य सरकार का विरोध किया। इस मौके पर सहायक संभागीय परिवहन विभाग के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इसमें उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम सरकार को चार धाम यात्रा संचालित किया जाए, क्योंकि चार धाम यात्रा उत्तराखंड की रीढ़ है। यात्रा काल का मई व जून का चरम बीत चुका है, यदि अब भी सरकार चार धाम यात्रा का संचालन नहीं करती है, तो आम आदमी भुखमरी की कगार पर आ जाएगा। इसलिए सरकार को चाहिए कि सर्वप्रथम चार धाम यात्रा संचालित करें। इस मौके पर समिति ने 10 जून को विधानसभा कैंप कार्यालय का घेराव के जाने का ऐलान भी किया है। प्रदर्शन के दौरान वाहन स्वामीयों ने ढोल दमाऊ एवं घंटों को बजा कर सरकार को जगाने का प्रयास किया। ज्ञापन में परिवहन कंपनियोंं ने मांग की है कि समस्त वाहनों की आयु सीमा में 2 वर्ष की वृद्धि की जाए, सरकार द्वारा सरकारी बैंक निजी बैंक एवं गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाएं से वार्ता कर वाहन स्वामियों को कम से कम किस्तों में 1 वर्ष की मोहलत दिलवाई जाए, चालक परिचालकों को राहत राशि के तौर पर कम से कम 5 से 10 हजार रुपये सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। प्रदर्शन करने वालों में महंत विनय सारस्वत अध्यक्ष ऑटो विक्रम महासंघ, बलवीर सिंह नेगी अध्यक्ष जीप कमांडर यूनियन, बलवीर सिंह रौतेला पूर्व अध्यक्ष टिहरी गढ़वाल मोटर्स, नवीन चंद रमोला उपाध्यक्ष यातायात एवं पर्यटन विकास सहकारी संघ, बालम सिंह मेहरा रूपकुंड पर्यटन विकास, विनोद भट्ट गढ़वाल मंडल बहुउद्देशीय, सुनील कुमार अध्यक्ष विक्रम यूनियन मुनी की रेती, आशुतोष शर्मा संरक्षक देवभूमि ऑटो विक्रम यूनियन, मेघ सिंह चौहान संचालक, नवीन तिवारी, योगेश उनियाल, रमेश रावत, नीरू कुमार, मदन कोठारी, पंकज वर्मा, हेमंत ढंग, जयप्रकाश नारायण एवं भगवान सिंह राणा आदि मौजूद थे।