ऋषिकेश- एम्स में मासिक वैभव शिखर सम्मेलन के तहत विशेषज्ञों ने दिया ई-स्वास्थ्य के विकास पर जोर ।

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – एम्स में आयोजित वैभव शिखर सम्मलेन में विशेषज्ञ चिकित्सा वैज्ञानिकों का मानना है कि मौजूदा समय में ग्रामीण भारत के दूरस्थ क्षेत्रों में डिजिटल हेल्थ मिशन के माध्यम से सेवाएं प्रदान करने की आवश्यकता है।
महीनेभर तक चलने वाले इस वर्चुअल शिखर सम्मेलन में देश के साथ ही अप्रवासी भारतीय विशेषज्ञों, चिकित्सकों और वैज्ञानिकों के सहयोग से अकादमिक और अनुसंधान संस्थान के सहयोग से व्याख्यानमाला आयोजित की जा रही है। वैभव सम्मेलन के सत्र में विशेषज्ञों ने ग्रामीण भारत के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में डिजिटल हेल्थ मिशन के माध्यम से सेवाएं प्रदान करने पर विस्तृत चर्चा की।
वैभव सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने टेलीमेडिसिन सेवा विभाग की प्रशंसा की और सभी पैनलिस्टों को उत्तराखंड के दुर्गम और ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक और बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को लागू करने के लिए कहा कि इस विश्वस्तरीय वैभव सम्मेलन में विभिन्न विषयों से जुड़े चिकित्सा विज्ञानियों द्वारा की जा रही चर्चा से जो निष्कर्ष निकलेगा, वह उत्तराखंड ही नहीं अपितु देश के अन्य दुर्गम और पर्वतीय क्षेत्रों के लिए मेडिकल सेवा की दृष्टि से लाभकारी साबित होगा।
समिट में संस्थान के टेलीमेडिसिन विभाग की प्रमुख प्रो. वर्तिका सक्सेना ने उल्लेख किया कि इस सम्मेलन के माध्यम से दुनिया के अन्य हिस्सों में अपने अनुभवों को साझा करने वाले भारतीय मूल के अप्रवासियों की सक्रिय भागीदारी भारत में मेडिकल संबंधी कार्यक्रमों की प्रबंधकीय व्यवस्था को समृद्ध करेगी।
एम्स की ओर से इस सत्र का संचालन कर रहे फेमिली मेडिसिन विभाग के डा. योगेश बहुरूपी ने कहा कि टेलीमेडिसिन के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए उत्तराखंड में विशेष योजना क्रियान्वित की जाएगी।
सम्मेलन में प्रो. वर्तिका सक्सेना, डा. योगेश बहुरूपी, डा. रवि गुप्ता, डा. राजकुमार के. एस., और डा.. अजीत सिंह भदौरिया, डा. तोरल गथानी. डा. बसंत पवार, डा. साबू थॉमस, डा. हरीश ईश्वरैया, प्रो. एसके मिश्रा, डा. एसपी सूद, डा. ध्रुव घोष, मनाली से डा. फिलिप अलेक्जेंडर आदि विशेषज्ञों ने प्रतिभाग किया।