ऋषिकेश- सीएम धामी ने चार धाम यात्रा को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश

त्रिवेणी न्यूज 24
देहरादून _ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा से जुड़े विभागों के सचिवों और अधिकारियों को यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने ताकीद किया कि यात्रा में आने वाले घोड़े-खच्चर के संचालकों का पुलिस व आपराधिक रिकार्ड जांचने के बाद ही अनुमति दी जाए। उन्होंने बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए यात्रा मार्ग पर प्राइवेट हेल्थ केयर टेस्टिंग किट की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं से जुड़े विभागों के सचिवों को निर्देश दिए कि वे यात्रा की तैयारियों को परखने के लिए स्थलीय निरीक्षण करें। साथ ही मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को निर्देश दिए कि वे चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए अब साप्ताहिक बैठक करें। गौरतलब हो कि 10 मई को श्रीकेदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट और 12 मई 2024 को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। अभी तक चारधाम यात्रा के लिये 15 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। शुरुआती रुझान के मद्देनजर इस बार श्रद्धालुओं के रिकार्ड संख्या में आने का अनुमान है। सचिवालय में शुक्रवार को आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा में यातायात प्रबंधन और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए डीजीपी को भी चारधाम यात्रा से पूर्व स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा, यात्रा मार्गों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन के लिए चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों के जिलाधिकारियों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई जाए। सीएम ने कहा, जो भी घोड़े और खच्चर चारधाम यात्रा में लगाएं जाएं, उनका स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही पंजीकरण हो। घोड़े और खच्चरों के लिए गर्म पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
सभी श्रद्धालुओं से हो शालीनतापूर्ण का व्यवहार
सीएम ने चारधाम यात्रा से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं के साथ शालीनतापूर्ण व्यवहार करने के निर्देश दिए। कहा, श्रद्धालुओं से किसी भी तरह की अभद्रता न हो। विद्युत, पेयजल और सड़कों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्गों पर जगह-जगह बने शौचालयों को दुरुस्त किया जाए। महिलाओं के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था हो। यात्रा ड्यूटी में प्रत्येक छह घंटे के बाद सुरक्षा में तैनात कर्मियों को आराम दिया जाए। यात्रा में आने वाले वाहन चालकों के रहने और सोने की उचित व्यवस्था हो। चारधाम यात्रा में जाने वाले वाहनों में दो-दो वाहन चालकों की व्यवस्था हो। वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए।
सूचना तंत्र हो मजबूत, समय पर मिले जरूरी सूचनाएं _
कहा, श्रद्धालुओं को मौसम, यातायात प्रबंधन और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी समय पर प्राप्त हो। इसके लिए सोशल मीडिया का बेहतर प्रयोग किया जाए। होटल, गेस्ट हाउस एवं होम स्टे में चारधाम यात्रा संबंधित निर्देशिका कई भाषाओं में उपलब्ध कराना सुनिश्चित हो। इस निर्देशिका में चारधाम के साथ ही अन्य पर्यटक स्थलों की जानकारी भी हो।
वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए भी अलर्ट मोड पर रहें अधिकारी _
मुख्यमंत्री ने कहा, इस समय चारधाम यात्रा के साथ ही वनाग्नि को रोकना महत्वपूर्ण विषय है। वनाग्नि की रोकथाम के लिए वन विभाग के अलावा अन्य विभाग भी अलर्ट मोड पर रहें। वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए सूचना तंत्र और मजबूत किया जाए। क्विक रिस्पांस टाइम कम से कम किया जाए। वनाग्नि पर प्रभावी रोकथाम के लिए स्थानीय स्तर पर लोगों का सहयोग लिया जाए। पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 12.48 लाख यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। इसमें केदारनाथ के लिए 4,22,129, बदरीनाथ धाम के लिए 3,56,716, गंगोत्री धाम के लिए 2,31,983, यमुनोत्री धाम के लिए 2,19,619 और हेमकुंड साहिब के लिए 17,684 यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। सरकार को उम्मीद है कि इस बार भी चारधाम यात्रा में दर्शन करने वाले श्रद्धालु नया रिकॉर्ड बनाएंगे।

%d bloggers like this:
Breaking News