ऋषिकेश- प्रबंधकीय विद्यालय एसोसिएशन ने किया नर्सरी से कक्षा 5 तक के विद्यालयों को खोलने की मांग

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – संकुल केंद्र में मान्यता प्राप्त प्रबंधकीय विद्यालय एसोसिएशन उत्तराखंड की एक आम बैठक आयोजित की गई। जिसमें कोविड-19 के कारण विगत डेढ़ वर्षो से बंद नर्सरी से कक्षा 5 तक के विद्यालयों को खोलने के संबंध में चर्चा की गई । बैठक में सर्वप्रथम एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के कारण डेढ़ वर्षो से बंद नर्सरी से कक्षा 5 तक के विद्यालयों को खोलने के लिए हमें सरकार व शिक्षा मंत्री से चर्चा करनी पड़ेगी। क्योंकि छोटे बच्चे ऑनलाइन शिक्षा अच्छी तरह से प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चे अधिकतर माध्यम गरीब परिवार से आते हैं। जिनके पास हर घर में मोबाइल का अभाव है पिछले डेढ़ वर्ष से बच्चों को पूर्व में दी गई शिक्षा वह भूल चुके हैं। अन्य राज्यों में आंगनवाड़ी से लेकर पांचवी एवं आगे तक की कक्षाएं संचालित हो रही है। केवल उत्तराखंड राज्य में अभी तक छोटे विद्यालय नहीं खुल पाए हैं , जिस कारण बच्चों की शिक्षा चौपट हो रही है।
संघ के महासचिव राजीव थपलियाल ने कहा कि हमें अभिभावकों को सरकार के समक्ष जाने के लिए प्रेरित करना पड़ेगा सभी विद्यालयों को एक साथ मिलकर समाधान निकालना पड़ेगा। जब तक अभिभावक अपने बच्चों के लिए सरकार पर दबाव नही बनाते तब तक सरकार इस बारे में नही सोचेगी।
विद्यालय एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राहुल रावत ने कहा कि हमें विद्यालयों की प्रमुख समस्याओं को सामने रखते हुए शासन प्रशासन से इस बारे में नियमित तौर पर वार्तालाप करने की आवश्यकता है। संघ के संरक्षक सदस्य कमला शर्मा ने कहा कि गरीब बच्चों के पास एंड्राइड फोन नहीं होने के कारण बच्चे पिछले डेढ़ साल से पढ़ाई से वंचित है ।सभी स्कूलों को आवाज उठानी होगी की सरकार से मांग करें कि हमें विद्यालय शिफ्ट में चलाने की अनुमति दी जाए। सचिव मधुर जखवाला ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अभिभावक से सहमति पत्र लिखवा कर मुख्यमंत्री , शिक्षा मंत्री को को भेजा जाए ।
अंत मे विद्यालय एशोसिएशन के संरक्षक कमला प्रसाद भट्ट ने कहा कि अभिभावक लगातार बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रयास कर रहा है ,लेकिन सरकार के नियमों के कारण विद्यालय में बच्चों को नहीं बुला रहे हैं ।अभिभावक तो चाहता है कि उसके बच्चे स्कूल जाकर पड़े क्योंकि पिछले डेढ़ साल से बच्चे जिन्होंने थोड़ी बहुत शिक्षा ग्रहण की थी वह भी उनके मानसिक पटेल से साफ हो गई है। बच्चों का बौद्धिक अस्तर शिक्षा स्तर में काफी गिरावट आई है जिसको ठीक करने में काफी वर्ष लग जाएंगे । यह बच्चे आने वाले समय के देश के भविष्य हैं देश बुनियाद है अगर बुनियाद ही कमजोर होगी तो देश का विकास कैसे होगा ।अंत में आम सहमति से निर्णय लिया गया कि जल्द ही एक ज्ञापन तैयार कर मुख्यमंत्री से कक्षा नर्सरी से कक्षा 5 तक खोलने के लिए ज्ञापन दिया जाए
बैठक में हिमांशु गुप्ता, उषा कंडियाल, बिना जोशी, संजय पांडे ,देवेंद्र रांगड़, राजीव कालरा , संजय थपलियाल , दीपक बिष्ट रवप्रित छाबड़ा आदि उपस्थित रहे।