ऋषिकेश- भगवान शंकर अपने भक्तों को दर्शन मात्र से ही कर देते हैं मनोवांछित फल प्रदान

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – व्यासपीठ पर विराजमान भागवताचार्य भगवत विमल कृष्ण पाठक ने आज सावन मास का महत्व बताते हुए कहा कि भगवान शंकर अपने भक्तों को दर्शन मात्र से ही मनोवांछित फल प्रदान करते हैं।
सोमवार को राम तपस्थली ब्रह्मपुरी आश्रम में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के तृतीय दिवस पर व्यासपीठ पर विराजमान भागवताचार्य भगवत विमल कृष्ण पाठक ने आज सावन मास का महत्व बताते हुए कहा कि कोई भी भक्त सच्चे मन से अगर मेरी आराधना करता है मैं उसको सावन मास में सभी मनोकामना मनोरथ पूर्ण करता हूं। राम तपस्थली के संस्थापक अध्यक्ष महाबलेश्वर स्वामी दयाराम दास ने कथा के दौरान भक्तों को सावन मास के महत्व बताते हुए कहा कि सावन मास में भगवान शंकर का अभिषेक पूजन व आराधना करने से मनोवांछित सुख शांति समृद्धि प्राप्त होती है।
भोले बाबा के देवों के देव महादेव की उपासना के लिए यह माह सबसे उत्तम माना गया है। सावन में सच्ची श्रद्धा के साथ शिव पूजन से व्यक्ति के सभी दुख दूर हो जाते हैं। शिव भक्त सावन में ही कांवड़ लेकर जाते हैं, जो पूरे एक माह तक चलता है। शिव पुराण के अनुसार सावन मास में भगवान शिव और माता पार्वती भू-लोक पर निवास करते हैं।
इस अवसर पर संत विमल कृष्ण पाठक, महंत महावीर दास, प्रमोद दास, तुलसी मानस मंदिर के अध्यक्ष पंडित रवी शास्त्री, अभिषेक शर्मा, महंत सुरेश दास, दीपक दास आदि मौजूद थे।