ऋषिकेश- परमार्थ निकेतन में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस।

त्रिवेणी न्यूज 24 –
ऋषिकेश – परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि अगर हम एक शान्तिपूर्ण और बेहतर दुनिया चाहते है तो हमें आज से ही बच्चों को श्रेष्ठ शिक्षा और संस्कार देना होगा तथा बच्चों के बेहतर भविष्य के लिये मिलकर कदम बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि
विश्व भर में बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता और सुरक्षा के लिए हर वर्ष 20 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस मनाया जाता है। हर बच्चे को सुरक्षित तथा न्यायपूर्ण वातावरण उपलब्ध कराना समाज के प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उचित पोषण, स्वच्छ और शुद्ध वातावरण, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही उनका सर्वांगीण विकास करना नितांत आवश्यक है। उन्होंने दुनिया भर के बच्चों का आह्वान करते हुए कहा कि आज की पीढ़ी को अपनी शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही प्रकृति और पर्यावरण के विषय में भी जागरूक रहना होगा। बच्चों का भौतिक विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक विकास भी अति आवश्यक है। उन्हें पाठ्यक्रम के साथ पर्यावरण और जीवन मूल्यों का ज्ञान करना भी बहुत जरूरी है। बच्चों के प्रति कई बार समाज का अमानवीय चेहरा देखने को मिलता है। छोटे-छोटे बच्चों के साथ हो रहे हिंसात्मक व्यवहार के बारे में बच्चों को जागरूक कराना जरूरी है। जिन बच्चों के परिवार नहीं है, उन बच्चों को बचपन से ही अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज अन्तर्राष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर हम सभी को दिव्यांग बच्चों के जीवन में आने वाली परेशानियों के विषय में भी जागरूक होना होगा। दिव्यांग बच्चें भी हमारे समाज का हिस्सा है, वे भी सामान्य बच्चों की तरह आगे बढ़ना चाहते हैं, उन्हें भी वही सम्मान और अधिकार मिलना चाहिए उन्हें अपने जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है । आईये अन्तर्राष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए संकल्प लें और अपना योगदान प्रदान करे।