ऋषिकेश- अंकिता भंडारी हत्याकांड मे एसआईटी की टीम ने 100 गवाहों के बयान और पर्याप्त 30 सबूतों के साथ 500 पन्नों की चार्जशीट की दाखिल

त्रिवेणी न्यूज 24
देहरादून- आखिरकार अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर एसआईटी की टीम ने 100 गवाहों के बयान और पर्याप्त 30 सबूतों के साथ 500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल करने के लिए पीओ भेज दी है। सोमवार को चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। पुलिस मुख्यालय में एडीजी एलओ वी मुरूगेशन और डीआईजी एसआईटी पी रेणुका देवी की विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी दी गई है। बता दें कि एसआईटी की टीम को 90 दिन के भीतर चार्जशीट दाखिल करनी थी। ये मियाद 20 दिसंबर को पूरी हो रही थी। एसआईटी की टीम 90 दिन से पहले ही सोमवार को चार्जशीट दाखिल कर रही है। साथ ही आरोपियों का नार्काे पॉलीग्राफ टेस्ट होता है तो उसकी रिपोर्ट सप्लीमेंट्री चार्जशीट में दाखिल की जाएगी।
फिलहाल 3 आरोपियों में से एक आरोपी ने कोर्ट से नार्काे टेस्ट के लिए 10 दिन का समय मांगा है। 22 दिसंबर से कोर्ट का समय पूरा हो जाएगा। इसके बाद कोर्ट के अनुमति अनुसार ही तीनों के नार्काे टेस्ट कराए जाएंगे। उसके बाद टेस्ट की रिपोर्ट के आधार पर इन्वेस्टिगेशन के कुछ महत्वपूर्ण कार्यों को जोड़ने का कार्य किया जाएगा। अगर टेस्ट रिपोर्ट में पूछे गए सवालों का मिलान इन्वेस्टिगेशन से मेल खाता है, तो उसे विवेचना में शामिल कर दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में दाखिल की जाएगी। एसआईटी इस बात का लगातार दावा कर रही है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपियों के खिलाफ निष्पक्ष और पारदर्शी तरीक से की गई। इन्वेस्टिगेशन में अब तक पर्याप्त सबूत पुलिस के पास हैं। जिसके आधार पर चार्जशीट सोमवार को दाखिल की जाएगी। चार्जशीट तैयार करने के बाद तीनों आरोपी पुलकित आर्य, सौरभ और अंकित के खिलाफ धारा 302/201/120बी/354क और अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमा हुआ है। अंकिता भंडारी केस में उत्तराखंड पुलिस के एडीजी वी मुरुगेशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच करते हुए में एसआईटी ने 90 दिनों के भीतर 500 पेज की चार्जशीट तैयार की है। इसे संभवतः सोमवार को कोर्ट में दाखिल कर दिया जाएगा। वी मुरुगेशन ने बताया कि इस मामले में करीब 100 लोगों से पूछताछ की गई है। इस मामले में एसआईटी की आगे की जांच जारी रहेगी। जरूरत पड़ने पर नार्काे टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट भी किए जाएंगे।

क्या है अंकिता भंडारी हत्याकांड
देहरादून। बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी यमकेश्वर ब्लॉक क्षेत्र में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। वनंत्रा रिसॉर्ट बीजेपी से निकाल गए बड़े नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य का है। आरोप है कि पुलकित आर्य अंकिता भंडारी पर रिसॉर्ट में आने वाले गेस्टों को स्पेशल सर्विस (गलत काम) देने का दबाव बना रहा था, जिसके लिए अंकिता भंडारी ने मना कर दिया था। इसी वजह से अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी। इसी वजह से अंकिता भंडारी नौकरी भी छोड़ने वाली थी। आरोप है कि पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता भंडारी रिसॉर्ट में हो रहे गलत कामों और उसके राज का पर्दाफाश कर देगी। इसी डर से पुलकित आर्य 18 सितंबर शाम को बहस होने के बाद अंकिता भंडारी को किसी बहाने से ऋषिकेश लेकर गया। इस दौरान पुलकित आर्य के साथ उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता भी थी। इन तीनों ने अपने इकबाल ए जुर्म में पुलिस को बताया था कि 18 सितंबर शाम को ही उन्होंने बीच रास्ते में चीला नहर में धक्क देकर अंकिता की हत्या कर दी थी। अंकिता की लाश 24 सितंबर चीला नहर से बरामद हुई है। अभी तीनों आरोपी जेल में बंद हैं। इस मामले की जांच के लिए सरकार ने डीआईजी पी रेणुका के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था, जो इस मामले में तफ्तीश कर रही है।

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