ऋषिकेश- शंकुतला भोला के निधन के बाद भी उनकी आंखें करेगी तो जिंदगी को रोशन
त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश- बुधवार देर रात्रि शकुंतला भोला का निधन हो गया। नेत्रदान जैसे पुनीत कार्य से जुड़ जाने वाले लोग इस कार्यक्रम की महता को समझते हैं और अपने परिवार के नेत्रदान करने के साथ ही समाज को भी प्रेरित करते हैं। विगत में अपने पिता के नेत्रों का दान कराने वाले मनमोहन भोला आज अपनी माता के दिवंगत होने पर उनके नेत्रदान कराने से भी पीछे नहीं हटे और उन्होंने समाज को नई दिशा दी। लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष गोपाल नारंग ने बताया कि बुधवार देर रात्रि शकुंतला भोला का निधन होने पर परिवार के नजदीकी अनिल कक्कड़ ने नेत्रदान कार्यकर्ता नारंग को सूचित किया। नारंग निर्मल आई हॉस्पिटल की नेत्रदान की रेस्क्यू टीम के साथ उनके निवास पर पहुंचे और नेत्रदान का पुनीत कार्य कराया। टीम में गई डॉ. रिम्शा के अनुसार दोनों कोर्निया स्वस्थ हैं जिन्हें आवश्यक जांचों के उपरांत दो नेत्रहीनो की आंखों में प्रत्यारोपित कर दिया जाएगा। नेत्रदान के इस कार्य पर विशाल बिंदल, विनय भाटिया ,जगदीश चिचरा ,गुलशन चंदानी, आशु पाहवा, मंजेश अवस्थी ने परिवार का आभार प्रकट किया है। नेत्रदान महादान हरिद्वार ऋषिकेश प्रमुख राम चरण चावला के अनुसार मिशन का 223 वां सफल प्रयास है जो अविरल चलता रहेगा।