ऋषिकेश- आईडीपीएल आवासीय कॉलोनी को नगर निगम में मिलाने की मांग को लेकर महिलाओं ने दिया धरना

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – आवासीय कल्याण समिति ने आईडीपीएल आवासीय कॉलोनी में रह रहे परिवारों को बेदख़ल करने के नोटिस के विरोध में व नगर निगम में आईडीपीएल क्षेत्र को सम्मिलित करने को लेकर आंदोलन शुरू किया है।
रविवार को आईडीपीएल के राम मन्दिर बाज़ार में करवा चौथ के दिन व्रती महिलाओं ने प्रबंधन के खिलाफ सांकेतिक धरना दिया। इस मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने मौके पर पहुंचकर धरने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जहाँ एक और पूरे देश में मातृ शक्ति करवाचौथ का व्रत रख कर अपने घरों पर पूजा पाठ कर रही हैं वही दूसरी और आईडीपीएल क्षेत्र की मातृ शक्ति अपने अधिकारों व अपने घरों को बचाने के लिए यहाँ धरने पर बैठी हैं। मैं पूछना चाहता हु कि कुछ माह पूर्व सरकार के द्वारा आईडीपीएल कारख़ाने में ऑक्सीजन प्लांट को चलाने के लिए सेना के इंजीनियरों को कार्य सौंपा था और इसमें लाखों रुपये भी खर्च हुए। लेकिन क्या आज वहाँ पर ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा हैं अगर उत्पादन हो रहा हैं तो प्लांट को क्यों बंद करवाया जा रहा हैं। और अगर उत्पादन नही हो रहा है तो क्यों लाखों रुपयों के साथ ही सेना का समय बर्बाद किया गया। उस दौरान क्षेत्रीय विधायक ने इस प्लांट को लेकर अपनी पीठ थप-थापने का काम किया था। लेकिन आज जब प्लांट में किसी भी तरह का उत्पादन नही हो रहा है साथ ही प्रबंधन द्वारा यहाँ के लोगों को बेघर किया जा रहा है। लेकिन इसमें जनता को जनप्रतिनिधियों की जरूरत है तो दोनों जनप्रतिनिधि कहा गायब हैं। इससे कहीं न कहीं इन दोनों की मंशा पर शक होना स्वाभाविक हैं। जनआशीर्वाद यात्रा के माध्यम से जनता का आशीर्वाद लेते हुऐ वादा कर उनके हितों की रक्षा की बात करते हैं। वहीं दूसरी ओर ये लोग उनके सर से छत छीनकर उनकों बेघर करने की साजिश रच रहे हैं। हम इस साजिश को नाकाम करने के लिए आंदोलन करेंगें इसके लिए मैं आवासीय कल्याण समिति आईडीपीएल के हर संघर्ष को समर्थन करता हूँ ।
समिति के अध्यक्ष रामेश्वरी चौहान व सचिव सुनील कुटलैहडिया ने कहा कि चाहे जो हो जाये आने वाले कुछ दिनों में इस आंदोलन को वृहद स्तर पर चलाया जाएगा व आईडीपीएल प्रबंधन के साथ ही सरकार में बैठे जनप्रतिनिधियों को भी चेताया जायेगा। अगर हमे नगर निगम में सम्मिलित नहीं किया गया या हमें बेघर करने का प्रयास किया गया तो इसका परिणाम आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
धरने पर बैठने वाले समिति के सचिव सुनील कुटलैहडिया, रामेश्वरी चौहान, सारिका कुटलैहडिया, नंदनी भंडारी, कल्पना चौहान, संगीता उनियाल, मंजू रावत, सारिका सिंह,पूजा, सरोज, अनिता, सुधा, कुसुम थापा, उर्मिला,आदित्य, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक गौनियाल, वैभव, नीलम चंदानी, मौली कर्माकर, सूरज कुकरेती, सुमित्रा बिष्ट आदि शामिल थे।