ऋषिकेश- शरीर त्यागने के बाद भी जिंदा रहेगी प्रेमलता की आंखें

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश _ श्यामपुर निवासी 74 वर्षीय प्रेमलता का आकस्मिक निधन हो गया। दुख की घड़ी ने परिजनों ने प्रेमलता की आंखें दान करके समाज को नेत्रहीनों की मदद करने का संदेश दिया है। जानकारी देते हुए नेत्रदान कार्यकर्ता व लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष गोपाल नारंग ने बताया कि श्यामपुर निवासी प्रेमलता के निधन की सूचना मिलते ही क्षेत्र में शोक लहर दौड़ गई, मिलनसार, धर्म प्रेमी प्रेमलता से करीबी रिश्ता रखने वाला लोग तो उनके निवास पर पहुंचे साथ ही शहर से प्रतिष्ठित व्यापारी राजीव गुल्हाटी भी उनके निवास पर शोक व्यक्त करने गए। इसी दौरान उन्होंने उनके पुत्र संदीप घई व चंद्र मोहन घई को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया। पास बैठे शोक संतप्त पति जुगल किशोर घई से मुक स्वीकृति पाकर एम्स हॉस्पिटल की नेत्रदान की रेस्क्यू टीम को सूचित किया। टीम में डॉक्टर पंक्ति व आलोक ने तुरंत उनके निवास पर जाकर दोनों कार्निया सुरक्षित प्राप्त कर लिए। प्रारंभिक जांच में दोनों कॉर्निया स्वस्थ हैं, जिन्हें आवश्यक जांचों के बाद ही दो नेत्रहीनों की आंखों में प्रत्यारोपित किया जाएगा। परिजनों द्वारा कराए गए नेत्रदान पर मनमोहन भोला, डॉक्टर एल पी शर्मा, राजेंद्र पंत ,रमेश सहगल,पवन कपरूवान ने परिवार को साधुवाद दिया ।स्वर्गीय रामशरण चावला द्वारा प्रारंभ किए गए नेत्रदान मिशन का यह 327 वां सफल प्रयास था, जिससे 654 व्यक्ति लाभान्वित हो चुके हैं।

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